बांका : प्रसव के दौरान जिले के किसी भी स्वास्थ्य केंद्रों पर जच्चा व बच्चा की जान जाती है तो इसके लिए जिम्मेदार कर्मी को बख्शा नहीं जायेगा. उक्त बातें शनिवार को सीएस डा सुधीर कुमार महतो ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक में कही. बीते शुक्रवार को जिले भर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं रेफरल अस्पताल का निरीक्षण स्वास्थ्य विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारी के द्वारा किया गया था.
निरीक्षण के दौरान कई खामियां पायी गयी, जिसको दूर करने का निर्देश सभी पीएचसी व रेफरल प्रभारी को दिया गया. बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी. सीएस ने कहा कि आगामी पल्स पोलियो अभियान में किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए बैठक के दौरान ही एसएमओ डा. निशांत के द्वारा सभी पीएचसी के प्रभारी को प्रशिक्षित किया गया कि कैसे पोलियो दवा का भंडारण, टीम का गठन एवं प्रपत्र में डाटा इंट्री आदि की जानकारी दी जाती है.
बैठक में सबसे अधिक महत्वपूर्ण प्रसव के दौरान होने वाले जच्चा बच्चा की मृत्यु दर को कम करने पर जोर दिया गया. साथ ही प्रसव के दौरान होने वाली मृत्यु की रिपोर्टिंग शत प्रतिशत करने का निर्देश दिया. सीएस ने कहा कि यह मृत्यु सरकारी अस्पतालों में हो या निजी क्लिनिकों में इसकी रिपोर्ट हर हाल में दे. इस अवसर पर डीएस डा. मुर्तजा अली, एसीएमओ डा अरुण कुमार सिंह, डीआइओ डा सफी अहमद, डीपीएम प्रभात कुमार राजू, सभी रेफरल प्रभारी एवं पीएचसी प्रभारी सहित सभी प्रबंधक शामिल थे.