बांका : जिले के विभिन्न नदियों के घाटों से बालू उठाव निरंतर जारी है. संवेदक महादेव इनक्लेव प्राइवेट लिमिटेड द्वारा खनन विभाग के द्वारा जारी निर्देश व नियमों को ताख पर रख कर बालू का उठाव किया जा रहा है. युवा शक्ति के प्रतिनिधि कांति यादव द्वारा दिये गये आवेदन पर आज तक पहल नहीं की गयी.
दिये गये आवेदन में कहा गया है कंपनी द्वारा जो रकम वसूली जाती है वो सरकार द्वारा निर्धारित रकम से अधिक है. 100 सीएफटी के लिए 650 रुपये लेना है. इसके विरुद्ध 1500 सौ तक की वसूली की जाती है. 6 चक्का ट्रक पर 225 सीएफटी बालू के लिए 1462 रुपये निर्धारित है,
जिसके विरुद्ध 2800 रुपये, 10 चक्का 400 सीएफटी के लिए 2600 रुपये की जगह 5600 रुपये एवं 12 चक्का ट्रक वाहन पर 500 सीएफटी के लिए निर्धारित 3250 रुपये की जगह 6500 रुपये तक वसूली की जाती है, जो नियम के विरुद्ध है. वहीं प्रतिदिन चलाये जा रही कई वाहनों को चलान भी उपलब्ध नहीं रहता है.
बालू माफिया जिले में मोटी रकम खर्च करते हैं, ताकि धड़ल्ले से अपने राह तय कर गंतव्य स्थानों तक पहुंच सकें. इस खेल में बालू माफिया मालामाल हो रहे हैं तो वहीं सरकार को प्रतिदिन राजस्व का लाखों रुपये का चूना लगता है. इसमें शामिल कई जाने माने लोग हैं जिस पर कार्रवाई करना टेढ़ी खीर है. क्षेत्र की जनता व किसानों को हो रहे घाटे की परवाह किसी को नहीं है.
कहते है खनन निदेशक इस संबंध में खनन विभाग के निदेशक अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि बालू की निर्धारित दर से अधिक रकम वसूल किये जाने की शिकायत मिलने पर बालू घाट का निरीक्षण उप निदेशक संजय कुमार के साथ किया गया था. इसमें ऐसी बात सामने आयी थी.
बालू संवेदक महादेव इनक्लेव प्राइवेट लिमिटेड को हिदायत दी गयी थी कि इस तरह की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए. अन्यथा संवेदक पर कार्रवाई की जायेगी. निरीक्षण के दौरान जो अधिक रकम वसूली की जा रही थी.
वो सड़क निर्माण व लोडिंग के नाम पर ली जाती थी. जो नियम के विरुद्ध है. अगर इस तरह की शिकायत आ रही है, तो जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.