बांका : प्रखंड क्षेत्र के कई सरकारी विद्यालय में सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को आज तक सही रूप में धरातल पर उतारा नहीं जा सका है. यही कारण हैकी क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय करनाबै में स्कूली बच्चे को पानी पीने के लिए घर का रुख करना पड़ता है.
मालूम हो कि इस विद्यालय में पूर्व में चापाकल लगाया गया था. इसमें खराबी होने के कारण विद्यालय की शिकायत पर पुन: चापाकल दूसरे स्थान पर लगाया गया. बावजूद इसके जो हाल पूर्व के चापाकल में था, वही हाल वर्तमान में लगाये गये चापाकल का है. चापाकल खराब होने के बाद दूसरा चापाकल पीएचडी विभाग द्वारा लगाया गया.
इसमें भी पूर्व की भांति बालू युक्त व पीला पानी निकल रहा है. इससे साफ जाहिर होता है कि चापाकल से आयरन युक्त पानी निकलता है. इससे चापाकल के इर्द-गिर्द पीला पड़ चुका है. इस विद्यालय में सैकड़ों छात्र-छात्रएं नामांकित हैं, जो कि प्रतिदिन अपना प्यास को बुझाने के लिए कक्षा को छोड़ कर घर का दौड़ लगाते हैं. यहां के शिक्षक को भी अपनी प्यास बुझाने के लिए किसी बच्च का ही सहारा लेना पड़ता है तभी इनका प्यास बुझती है.