वैसे इस जिले में दो फायर स्टेशन हैं, एक जिला मुख्यालय में, तो दूसरा दाउदनगर में. जिले में जब अगलगी की घटना की सूचना फायरबिग्रेड कार्यालय को मिलती है, तो पदाधिकारी से लेकर दमकलकर्मी का पसीना छूटने लगता है. बावजूद पदाधिकारी भगवान का नाम लेकर किसी तरह आग बुझाने के लिए दमकल वाहन को लेकर चल पड़ते हैं. अधिक दूरी रहने के कारण समय पर दमकल नहीं पहुंच पाती है. इसके कारण लाखों रुपये की संपत्ति आग बुझने से पहले ही जल कर राख हो जाता है. जिला मुख्यालय में कुल चार दमकल हैं. इनमें दो दमकल 4500 लीटर का, एक 2500 लीटर का, एक 300 लीटर का है. इसमें से तीन दमकल काफी पुराना है, जो कभी भी आग बुझाते -बुझाते बंद भी हो जाता है. इस परिस्थिति में दमकलकर्मी को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ता है.
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कुव्यवस्था: आग पर काबू पाने में लाचार है अग्निशमन विभाग, चार दमकलों के लिए एक चालक
औरंगाबाद नगर: जिले में गरमी का मौसम शुरू होते ही अगलगी की घटनाएं भी शुरू हो गयी हैं. अब तक 80 से अधिक घर जल कर राख हो गये हैं. दो मासूमों की जान भी चली गयी है. लाखों की संपत्ति का नुकसान भी हुआ है. लेकिन, आग पर काबू पाने के लिए जिस अग्निशमन […]
औरंगाबाद नगर: जिले में गरमी का मौसम शुरू होते ही अगलगी की घटनाएं भी शुरू हो गयी हैं. अब तक 80 से अधिक घर जल कर राख हो गये हैं. दो मासूमों की जान भी चली गयी है. लाखों की संपत्ति का नुकसान भी हुआ है. लेकिन, आग पर काबू पाने के लिए जिस अग्निशमन विभाग की जिम्मेवारी है, वह खुद लाचार है. विभाग के पास कर्मी व संसाधन की घोर कमी है.
अग्निशमन पदाधिकारी को खुद भी चलाना पड़ता है दमकल : अग्निशमन विभाग के पास जिला मुख्यालय में चार दमकल उपलब्ध हैं, जिसे चलाने के लिए चार चालक की आवश्यकता है. लेकिन, विभाग के पास मात्र एक ही चालक हैं. इस परिस्थिति में जिले में एक साथ दो से तीन जगहों पर अगलगी की सूचना जब विभाग को प्राप्त होती है, तो एक वाहन को लेकर चालक तो चला जाता है, लेकिन दूसरे जगह आग बुझाने के लिए जिला अग्निशमन पदाधिकारी पंचानन सिंह को दमकल लेकर जाना पड़ता है.
जनवरी से अब तक अगलगी के 100 मामले
अग्निशमन पदाधिकारी पंचानन सिंह ने कहा कि इस जिले में अगलगी की घटनाएं ज्यादा घटती हैं. उस अनुसार संसाधन उपलब्ध नहीं हैं. फिर भी किसी तरह हमलोग आग पर काबू पा लेते हैं. कई बार चालक व कर्मी के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है. इस वर्ष जनवरी से लेकर अभी तक 100 से अधिक अगलगी की घटनाएं घटी हैं. सबसे अधिक परेशानी नवीनगर, कुटुंबा, गोह प्रखंड में अगलगी की घटना घटने पर होती है. क्योंकि, ये प्रखंड जिला मुख्यालय से काफी दूर हैं. हालांकि, बारुण, नवीनगर, एनटीपीसी, देव, रफीगंज थानों में 300 लीटर क्षमतावाली छोटी दमकल है, जो अगलगी की घटना पर तुरंत काबू पाने के लिए पहुंच जाती है.
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