औरंगाबाद (नगर) : किसानों की समस्याओं को लेकर गोकुल सेना के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. जबकि, गोकुल सेना द्वारा दो पहले प्रदर्शन के लिए प्रशासन को दी गयी सूचना पर प्रशासन ने सड़क पर आंदोलन नहीं करने की इजाजत दी थी.
इसके बाद भी सड़क पर उतर कर जिला प्रशासन व बिहार सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया. सभी जिले में उत्पन्न हुई सुखाड़ की स्थिति के बाद किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रुपये मुआवजा के लिए नारेबाजी करने लगे. सदर एसडीओ सुरेंद्र प्रसाद व एसडीपीओ पीएन साहू ने धारा 144 के उल्लंघन करने के आरोप में प्रदर्शनकारियों को नगर थाने के समीप से गिरफ्तार कर लिया और किसानों को पुलिस हिरासत में लेते हुए नगर थाना ले गयी.
इसके बाद किसान उग्र हो गये और थाने में पुलिस के दमनकारी नीति का आरोप लगाते हुए खिलाफ में जम कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के नेतृत्व कर रहे गोकुल सेना के अध्यक्ष संजीव नारायण सिंह ने कहा कि औरंगाबाद जिले में 80 प्रतिशत किसानों का धान सिंचाई के अभाव में जल गये. किसान आज भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं.
इन्हें सरकार द्वारा प्रति एक एकड़ 10 हजार रुपये मुआवजे के रूप में मिले और कुटकु डैम में जल्द फाटक लगे, इसी के तहत पूर्व से निर्धारित तिथि के अनुसार हम सभी किसान जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन करने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने दमनकारी नीति अपनाते हुए पहले तो प्रदर्शन करने व मांग रखने की इजाजत नहीं दी.
दूसरी ओर एसडीओ ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दिया. इसके अलावे सैड़कों वाहन को शहर में आने से रोक दिया. इसके बावजूद जब हम सभी किसान गांधी मैदान से सभा करने के बाद जुलूस निकला कर समाहरणालय के लिए जा रहे तो एसडीओ व एसडीपीओ ने जबरन प्रदर्शनकारियों को नगर थाने के पास गिरफ्तार कर लिया.
गोकुल सेना के कार्यकर्ता और किसान दबेंगे नहीं बल्कि गांधी गिरी नीति के तहत आंदोलन करेंगे. जरूरत पड़ी तो सैकड़ों किसान भूख हड़ताल पर भी बैठने को मजबूर होंगे. इधर, एसडीओ ने सुरेंद्र प्रसाद ने कहा कि विधि व्यवस्था के उद्देश्य से इनलोगों को शहर में जुलूस व प्रदर्शन निकालने की अनुमति नहीं दी गयी थी. वहीं, धारा 144 भी शहर में लगाया गया था.
इसके बाद भी गोकुल सेना के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने गांधी मैदान से प्रदर्शन निकाला जो धारा 144 का उल्लंघन है. इसी के तहत इन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन में गोकुल सेना के संरक्षक संजय सज्जन सिंह, दिनेश सिंह, अभिषेक कुमार, संतोष सुमन, बबलू कुमार, राजा कुमार, भागीरथी सिंह सहित सैकड़ों किसान शामिल थे.