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घेउरा पंचायत : बहिष्कार से नौ गांवों के 81 वोटरों ने ही डाले वोट
कुटुंबा : प्रखंड की घेउरा पंचायत अंतर्गत चांदखाप व सडीहा खूर्द के मतदाताओं ने वोटिंग का विरोध कर दिया. ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का निर्णय किया. दोनों बूथों पर मिला कर मात्र 81 वोट पडे. बूथ संख्या 121 चांदखाप बूथ पर 1499 वोटर हैं, जिसमें से 44 वोटरों ने मतदान किया. वहीं […]
कुटुंबा : प्रखंड की घेउरा पंचायत अंतर्गत चांदखाप व सडीहा खूर्द के मतदाताओं ने वोटिंग का विरोध कर दिया. ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का निर्णय किया. दोनों बूथों पर मिला कर मात्र 81 वोट पडे.
बूथ संख्या 121 चांदखाप बूथ पर 1499 वोटर हैं, जिसमें से 44 वोटरों ने मतदान किया. वहीं बूथ संख्या 122 सरडीहा खूर्द पर 693 मतदाता हैं, जिसमें 37 वोटरों ने अपना मत का प्रयोग किया. दोनों बूथों पर क्रमश: 2.93 व 5.33 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान कराने गये कर्मचारी पूरे दिन बूथ पर बैठ कर नियत समय तीन बजे इवीएम को सील कर चल दिये. पूरे दिन बूथों पर सन्नाटा सा पसरा रहा. गांव वालों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरडीहा कला, करकटा, सरडीहा खूर्द व भूखन तेंदुआ के एक भी ग्रामीणों ने वोट नहीं डाले. वहीं चांदखाप व चंद्रपुरा के कुछ ग्रामीणों ने अपने वोट का प्रयोग किया. खैरा के 10, नोनिया बिगहा के 5, खैरा हरनाथ के मात्र एक मतदान ने अपना वोट डाला.
ऐसा नहीं कि गांव के लोगों ने एकाएक वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया. ग्रामीणों ने इसकी लिखित सूचना पहले ही जिला प्रशासन को दी थी. इस पर पहल करते हुए बीडीओ ने ग्रामीणों को समझाने का भी प्रयास किया, पर वे नहीं माने. मतदाता वोटर परची लेने से भी इनकार कर गये थे.
चंद्रपुरा के ग्रामीण वोट बहिष्कार में पहले से शामिल नहीं थे, पर अन्य गांव के बहिष्कार का असर उन पर भी पड़ा. पहले से तो इन सभी गांवों में वोट बहिष्कार का बैनर लगाया गया था, पर मतदान के दिन तक भी करकटा व सरडीहा कला में बैनर लगा हुअा मिला. वोट के दिन कुटुंबा थानाध्यक्ष सुभाष राय व अन्य अधिकारियों ने गांव में जाकर लोगों को वोट देने की अपील की, पर वे नहीं माने.
सरडीहा कला के सीताराम सिंह, जनेश्वर प्रसाद , सरपंच गणेश सिंह, जितेंद्र रजक, बबन राम, श्याम सुंदर राम, नोनिया बिगहा के सुबोध सिंह, भीमसेन सिंह, कांते कुमार, नरेंद्र कुमार सिंह, करकटा के अखलेश पासवान, रणधीर पासवान, योगी पासवान, सरडीहा खूर्द के सुजीत कुमार, मनोज कुमार, राजकुमार, सुरेंद्र कुमार आदि ने बताया कि गांव में सड़क की स्थिति इतनी जर्जर है. बरसात के दिनों में गांव में आवागमन बंद हो जाता है.
दोमुहान पुल करकटा के समीप से व घेउरा से सड़क निर्माण कराने के बाद इन सभी गांवों के सड़क की समस्या से निजात मिल सकता है. ग्रामीण ने बताया कि गांव में किसी दल के प्रत्याशी वोट मांगने नहीं आये. यहां तक कि उनका प्रचार वाहन भी गांव में नहीं आया है. वे कहते है कि आखिर वे आये भी कैसे जब गांव में जाने के लिए सड़क ही नहीं है.
पांच बूथों पर बदली गयी इवीएम
प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को मतदान नियत समय सुबह सात बजे शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ. चुनाव कराने के लिए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद दिखी. कड़ाके की धूप के बाद भी मतदाता कतार में लग कर अपनी बारी का इंतजार करते रहे. वृद्ध व महिला की भी वोटिंग में काफी रुचि दिखी. कई स्थानों पर तकनीकी गड़बड़ी के कारण मतदान काफी देर से शुरू हुआ.
हालांकि पोलिंग पार्टी समय पर पहुंच गये, पर इवीएम मशीन में गड़बड़ी के कारण मतदान शुरू होने में देर हुई. केंद्र संख्या 179 मिडिल स्कूल पोला, 193 मिडिल स्कूल डिहरी, 177 प्राइमरी स्कूल खैरा, 127 गर्ल्स हाइस्कूल अंबा, 126 मिडिल स्कूल चिल्हकी अंबा, 131 प्राइमरी स्कूल रामपुर, 139 प्राथमिक विद्यालय चकुआ व 182 कन्या मिडिल स्कूल हनेया पर इवीएम में गड़बड़ी पाया गया. इवीएम बदलने के बार डिहरी बूथ पर 8: 35 बजे में, खैरा बूथ पर 11:15 बजे, चकुआ बूथ पर 10:20 बजे, गर्ल्स हाइस्कूल अंबा में 8:30 बजे मतदान शुरू हुआ.
इवीएम कोषांग से जुड़े कर्मी चंद्रशेखर प्रसाद साहू, विकास कुमार, धर्मेंद्र कुमार प्राप्त सूचना के अाधार पर उक्त मतदान केंद्रों पर पहुंचकर मतदान को शुरू कराया. पोला गोरडिहा में इवीएम को ठीक कर 8:10 बजे से, मिडिल स्कूल चिल्हकी अंबा में आठ बजे से, रामपुर अंबा में 8:30 बजे से वोटिंग शुरू कराया गया.
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