औरंगाबाद (ग्रामीण) : घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी आराम से चले गये. अब गृहस्वामियों को एक मात्र सहारा पुलिस का दिख रहा था. उमेश शर्मा ने बताया कि घटना के तुरंत बाद देव थाना की पुलिस को फोन किया. घंटी बजती रही, लेकिन फोन नहीं उठाया गया.
पीड़ितों का कहना था कि जिस वक्त पुलिस को फोन किया गया था, उस वक्त अगर पुलिस तत्परता से काम करती तो अपराधी आराम से पकड़े जाते. लेकिन, पांच घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस के इस रवैये से लोगों में आक्रोश है.