– रिंकू देवी हत्याकांड में कई बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही पुलिस
– शरीर से बरामद हुई एक गोली
औरंगाबाद(नगर) : रिंकू देवी की हत्या अपराधियों ने गोली मार कर की, लेकिन अब तक इसके कारण स्पष्ट नहीं हो रहे. इस कारण यह मामला संदेहास्पद लगता है. पुलिस कई बिंदुओं पर अनुसंधान करने में जुट गयी है. इधर, लोगों का कहना है कि महिला की हत्या कहीं अपराधियों ने दुष्कर्म करने के बाद तो नहीं की.
जिस तरह से महिला की हत्या की गयी है, उससे संदेह जताया जा रहा है कि हत्या के पहले अपराधियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया होगा. हालांकि, यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा. इधर, पोस्टमार्टम करनेवाले चिकित्सकों ने काफी मशक्कत करने के बाद महिला के शरीर से 3.15 बोर की एक गोली बरामद की.
शरीर के कुछ भाग को निकाल कर जांच करने के लिए रखा है. इधर, पुलिस का कहना है कि महिला की हत्या क्यों की गयी और किन अपराधियों के द्वारा की गयी, यह स्पष्ट नहीं हो सका है.अनुसंधान जारी है. जबकि, पुलिस सूत्रों का कहना है कि महिला की हत्या प्रेम-प्रसंग के कारण हुई है.
इस पर भी पुलिस गहन छानबीन कर रही है. क्योंकि महिला जब सतबहिनी मंदिर में पूजा करने के लिए गयी थी और उसे मोटरसाइकिल पर सवार युवक ने गजना मंदिर में ले जाने की बात कही. इसके बाद वह मोटरसाइकिल पर बैठ कर चली गयी. यह संदेह उत्पन्न करता है कि वह जान-पहचान के युवक के साथ गयी होगी. फिलहाल कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगा. पुलिस अनुसंधान व पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या के कारणों का असली पता चल सकेगा.
सेवा के लिए रहती थी बेटी
कंचनबांध के समीप अपराधियों की गोली का शिकार हुई रिंकू देवी का ससुराल जम्होर थाना क्षेत्र के परसिया गांव में है. वह अक्सर ससुराल से मायके देवची बिगहा आया जाया करती थी. देवची बिगहा में उसके माता-पिता अकेले रहते थे. सेवा के उद्देश्य से माता-पिता के पास फिलहाल रह रही थी.
रिंकू देवी के पिता करमदेव पासवान ने बताया कि पिछले 15 दिनों से हमारे पास रह रही थी. शनिवार की शाम सतबहिनी मंदिर में पूजा करने गयी थी, जो वापस नहीं लौटी. हत्या की घटना की सूचना टंडवा पुलिस द्वारा दी गयी.
दहल उठा सदर अस्पताल
रविवार की सुबह मृतक रिंकू देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा था. इसी दौरान मृतक के ससुराल व मायके के परिजन पहुंच गये. मृतका की मां राजरानी देवी व ससुराल की अन्य महिलाएं चीत्कार उठीं.
एक साथ उठी चीत्कार से सदर अस्पताल दहल उठा. देखते-देखते दर्जनों लोग वहां पहुंच गये. हर कोई घटना की तीव्र नींदा कर रहा था. मां राजरानी देवी और पिता करमदेव पासवान अपना आपा खो बैठे थे. उनके मुंह से बस एक ही आवाज आ रही थी कि आखिर मेरी बेटी ने कसूर क्या किया था कि अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी.