कुर्था (अरवल) : स्थानीय प्रखंड मुख्यालय में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आयोजित होनेवाले अमर शहीद जगदेव मेले को लेकर प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों तैयारियां जोरों पर है. इस बाबत शोषित समाज दल के जिला कोषाध्यक्ष राम नारायण सिंह ने बताया कि अमर शहीद जगदेव प्रसाद की 96वीं जयंती पर राष्ट्रीय शहीद जगदेव मेले का आयोजन किया जा रहा है. मौके पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि शहीद जगदेव बाबू 90 प्रतिशत शोषितों की इज्जत और रोटी की लड़ाई लड़ते हुए पांच सितंबर, 1974 को कांग्रेसी हुकूमत की गोली से शांतिपूर्ण सत्याग्रह करते समय कुर्था प्रखंड मुख्यालय में शहीद हो गये थे.
उनके साथ दलित छात्र लक्ष्मण चौधरी भी शहीद हो गये थे. उन्होंने कहा कि आज देश सिद्धांत विहीन राजनीति की ओर मुखातिब है. सांप्रदायिक, फांसीवाद, आतंकवादी और पूंजीवादी शक्तियों की राजनीति में काॅरपोरेट घरानों की तिजोरी भर रही है. राजनीतिक मूल्यों की बलि चढ़ा कर सिद्धांत हीन गठजोड़ द्वारा सत्ता प्राप्ति की होड़ मची है. राजनीति में दल-बदलू, अवसरवादी, जातिवादी के साथ वंशवाद की बढ़ोतरी होती जा रही है. सत्ता का बदलाव तो हो रहा है,
परंतु व्यवस्था बदलाव की लड़ाई अब भी अधूरी है. वहीं, उन्होंने कहा कि अमर शहीद जगदेव प्रसाद द्वारा निर्मित सारी नीतियां और कार्यक्रम ज्यादा प्रासंगिक हैं. इस मेले में देश के चोटी के राजनेता, कवि, लेखक, विचारक, समाजसेवी एवं प्रबुद्ध चिंतक भाग लेंगे. बताते चलें कि जगदेव बाबू का जन्म दो फरवरी, 1922 को कुरारी ग्राम में हुआ था. वह जीवनपर्यंत 90 प्रतिशत दलितों, शोषितों को एकजुट करके उनके हक-हिस्से के लिए संघर्ष करते रहे थे. इसकी जानकारी शोषित समाज दल के जिला कोषाध्यक्ष राम नारायण सिंह ने प्रेस बयान जारी कर दी.