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टीकाकरण के सेशन साइट पर सुनश्चिति हो वरीय अधिकारियों की मौजूदगी

टीकाकरण के सेशन साइट पर सुनिश्चित हो वरीय अधिकारियों की मौजूदगी एपीएचसी में प्रसव सेवा की बहाली को लेकर डीएम ने अधिकारियों को दिया सख्त निर्देशविभागीय अधिकारियों के साथ डीएम ने की स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा फोटो:9- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में उपस्थित डीएम व अन्य प्रतिनिधि, अररिया सोमवार को विभागीय अधिकारियों […]

टीकाकरण के सेशन साइट पर सुनिश्चित हो वरीय अधिकारियों की मौजूदगी एपीएचसी में प्रसव सेवा की बहाली को लेकर डीएम ने अधिकारियों को दिया सख्त निर्देशविभागीय अधिकारियों के साथ डीएम ने की स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा फोटो:9- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में उपस्थित डीएम व अन्य प्रतिनिधि, अररिया सोमवार को विभागीय अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिला पदाधिकारी ने सोमवार को स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार को लेकर अधिकारियों को कई जरूरी दिशा निर्देश दिया. नियमित टीकाकरण अभियान की समीक्षा करते पाया गया कि सेशन साइट पर वरीय स्वास्थ्य आदेश के बाद भी उपस्थित नहीं हो रहे हैं. कुछ अधिकारी सेशन साइट पर मौजूद रहने के बाद भी संबंधित प्रतिवेदन विभाग को नहीं सौंपते. इस पर सख्त रुख अपनाते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि सेशन साइट पर वरीय अधिकारियों की मौजूदगी सुनिश्चित होनी चाहिए. इसके लिए माइक्रोप्लान बना कर अधिकारियों की तैनाती अलग अलग साइट पर निर्धारित होनी चाहिए. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को इसकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गयी. वैसे प्रखंड जो प्रतिरक्षण के मामले में पीछे चल रहे हैं. उन्हें इसकी प्रतिशतता बढ़ाने के लिए स्पष्ट आदेश दिया गया. कम सुविधाओं के बाद भी प्रतिरक्षण के मामले में पलासी प्रखंड की उपलब्धि की जिला पदाधिकारी ने तारीफ करते हुए अन्य प्रखंडों को इससे सीख लेने की सलाह दी. सभी एपीएचसी में प्रसव सेवा बहाल करने को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को कई निर्देश दिया. उन्होंने हर हाल में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की मौजूदगी सुनिश्चित कराने को कहा. इसके लिए पीएचसी के नियमित निरीक्षण की योजना पर सहमति जतायी गयी. परिवार नियोजन के निर्धारित लक्ष्य के हिसाब से जिला स्वास्थ्य विभाग की कम उपलब्धि पर डीएम ने चिंता जतायी. मिली जानकारी मुताबिक जिले को 30 दिसंबर तक 2500 परिवार नियोजन का लक्ष्य दिया गया था. इसकी तुलना में 20 नवंबर तक महज 1100 की परिवार नियोजन के मामले निष्पादित होने की बात स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी द्वारा बतायी गयी. बैठक में सीएस डॉ एनके ओझा, एसीएमओ डॉ आरपी सिंह, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ जय नारायण प्रसाद, डीपीएम रेहान अशरफ, आइसीडीएस डीपीओ डॉ केपी महतो सहित कई प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद थे.

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