गुरुवार को भी अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार की नेतृत्व में एनएच 57 से जेसीबी द्वारा मकान को हटाया जा रहा था. इसी बीच जेसीबी से जब स्थानीय अशोक कुमार भगत के घर को तोड़ा जाने लगा, तो अशोक भगत इसका विरोध करने लगे. उनका कहना था कि उन्हें अभी तक मुआवजा की राशि नहीं मिली है, जब तक राशि नहीं मिलती है तब तक मकान नहीं टूटेगा. इस क्रम में स्थानीय लोग व उनके समर्थक मौके पर पहुंच गये और प्रशासन की सख्ती के विरोध में एनएच 57 को जाम कर दिया. इस पर फारबिसगंज के डीएसपी अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल ने लोगों को समझा बुझा कर जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन देखते ही देखते भू-धारी व पुलिस के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गयी. दोनों ओर से पत्थर व रोड़े चलने लगे. कुछ समय के लिए जाम स्थल रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.
डीएसपी के नेतृत्व में नरपतगंज थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार, पुअनि राकेश कुमार, उपेंद्र सिंह महिला थाना की पुष्पलता कुमारी सहित दर्जनों पुलिस जवानों ने एनएच 57 के आसपास खड़े लोगों को वहां से हटा दिया. इस क्रम में आधा दर्जन लोगों अशोक भगत, उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापकरामचंद्र मरीक, चुन्ना सिंह, चंदन कुमार, मोहम्मद खान आदि को हिरासत में लिया गया. हिंसक झड़प में आधा दर्जन भू-धारी व पुलिस जवानों को चोट आयी है. मौके पर एसडीओ अनिल कुमार, सीओ दया शंकर तिवारी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल के जवान मुस्तैद दिखे.