अररिया : अपनी मांग का सिंदूर बचाने के लिए संघर्ष कर रही निजर्ला (काल्पनिक नाम) को पहली सफलता मिली. इसमें रानीगंज थाना पुलिस ने नामजद सुरेंद्र झा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. न्याय के लिए भटक रही निजर्ला शीर्षक से 14 अप्रैल 2013 को यह खबर प्रभात खबर में प्रमुखता से प्रकाशित की गयी थी.
इस बाबत पीड़िता ने रानीगंज थाना कांड संख्या 41/13 दिनांक 21 मार्च 2013 को दर्ज कराया था. प्राथमिकी में कहा गया था कि रानीगंज थाना क्षेत्र के परसाहाट निवासी सीताराम झा का पुत्र चांद कुमार झा मुझे टय़ूशन पढ़ाता था.
इसी दौरान शारीरिक संबंध स्थापित हुआ. फिर वह मुझे लेकर नेपाल चला गया. जहां करीब छह माह तक पति-पत्नी की तरह रहने के बाद वापस रानीगंज आकर भाड़े के मकान में रहने लगा. एक दिन चांद कुमार झा ने मुझसे कहा कि उसकी नौकरी का कॉल लेटर आया है. अभी छह माह नहीं आऊंगा. मेरे परिवार के लोग तुम्हें नहीं रखेंगे. इसके बाद वह मुझे मां-पिता के घर छोड़ कर फरार हो गया.
थाना में कांड अंकित कराने के बाद कथित पति चांद कुमार झा के परिजनों द्वारा मामला उठाने का दबाव दिया जाने लगा. पीड़िता ने न्याय के लिए एसपी को आवेदन दिया. एसपी के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए बीते शुक्रवार को चांद कुमार झा के भाई सुरेंद्र झा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
कथित पति चांद कुमार झा, ससुर सीताराम झा, सास गौरी देवी, भैंसुर मालिक झा अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. पीड़िता व उसके पिता ने पुलिस कार्रवाई पर खुशी का इजहार करते हुए कहा कि भरोसा है कि न्याय अवश्य मिलेगा.