अररिया : कनीय अभियंता के हत्यारों का कोई सुराग अब तक नहीं मिल पाया है. हत्या मामले के उद्भेदन के लिए एसपी ने एसआइटी का गठन कर दिया है. इधर, मृतक जेई के परिजन रांची से अररिया पहुंचे. जहां उनकी उपस्थिति में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इसके साथ ही सरकारी खर्चे पर शव को रांची भेजा गया. मृतक की पत्नी पुष्पा रानी द्वारा दिये गये बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई चल रही थी. शव को देखने के लिए दिन में सांसद सरफराज हुसैन भी अस्पताल परिसर पहुंचे. जहां वे एलइओ के कर्मियों व सिविल सर्जन से मुलाकात की. इसके साथ ही उन्होंने बिहार सरकार से मांग की कि सरकार पीड़ित के आश्रितों को मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये व उनके एक आश्रित को सरकारी नौकरी दे.
इधर, डीएम हिमांशु शर्मा भी सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिजन से मुलाकात की. साथ ही सरकारी प्रावधान के अनुसार सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. घटना के बाद एसपी धूरत शायली भी नगर थाना में हत्यारों की गिरफ्तारी व मामले के उद्भेदन को लेकर एसडीपीओ समेत आधा दर्जन पुलिस पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा करती रहीं. दरअसल, कनीय अभियंता रामबिलास महतो की हत्या अज्ञात अपराधियों ने एनएच 57 पर हरिया बारा के समीप रविवार की रात उस समय कर दी थी, जब वे अपनी बाइक से नरपतगंज से साइट विजिट कर लौट रहे थे. सड़क पर गिरे अवस्था में लोगों ने इसकी सूचना नगर थाना व एसडीपीओ को दी.