अररिया : मंगलवार की शाम सद्भावना मंच की बैठक में शामिल बुद्धिजीवियों ने हालिया वायरल वीडियो घटनाक्रम पर चिंता जताते हुए कहा कि वायरल वीडियो की जांच होनी चाहिए. कानून को अपना काम करने देना चाहिए. मामले के दोषियों को सजा भी मिलनी चाहिए, पर जिले की गंगा जमुनी संस्कृति से छेड़छाड़ गवारा नहीं हैं.
समाज में अमन चैन बना रहना जरूरी है. शांति के बगैर विकास की बात बेमानी है. टाउन हॉल परिसर स्थित सर सैयद लाइब्रेरी में सेवानिवृत्त शिक्षक लक्ष्मी नारायण मेहता की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रखंड स्तर तक मंच के विस्तार पर जोर दिया गया. वहीं सेवानिवृत्त शिक्षक बसंत कुमार राय ने कहा कि जिले की मिट्टी में साझा संस्कृति बसी हुई है. ये सद्भाव बना रहना चाहिए. शांति के लिए पहली शर्त ये है कि लोग अपने पर नियंत्रण रखना सीखें. चुनाव में हार जीत एक स्वाभाविक बात है.
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल बहुत सतर्कता व सोच समझ कर करें. बैठक को समाजसेवी शैलेंद्र शरण, व्यवसायी सत्येंद्र शरण, अधिवक्ता एलपी नायक ने कहा कि ऐसे सभी वीडियो की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. ताकि सच बाहर आ सके. मौके पर इंजीनियर जुबैर आलम, मास्टर मो रईस सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे. बैठक में मंच के संरक्षक हंसराज प्रसाद, सचिव मो मोहसिन, पार्षद सुमित कुमार, शम्स आजम, एसएच मासूम, एमए मुजीब, जेडए मुजाहिद, अफअफान कामिल, मो आरिफ, मो इब्राहीम व भोला बाबू आदि उपस्थित थे.