अररिया : अररिया में अगस्त माह के खाद्यान्न को पीडीएस दुकानदारों तक वितरित करने के लिए एसएफसी को 15 सितंबर तक का समय राज्य खाद्य निगम मुख्यालय द्वारा दिया गया है. हालांकि यह आदेश डीएम के निर्देश पर निगम मुख्यालय द्वारा दिया गया है. देखना लाजिमी होगा कि बैकलॉग को समाप्त करने के लिए दिया गया यह अवधि विस्तार सफल हो भी पाता है या नहीं.
आंकड़ों पर अगर गौर करें, तो अब तक राज्य खाद्य निगम द्वारा अगस्त माह के लगभग एक लाख 42 हजार क्विंटल खाद्यान्न को जिले के 1227 पीडीएस दुकानदारों तक वितरित करना था. जुलाई माह में जहां एक भी प्रतिशत बैकलॉग नहीं बचा था वही कुछ दिनों पूर्व यह आंकड़ा मात्र 30 प्रतिशत पर स्थिर था. बाढ़ के बाद सितंबर माह में सड़क की हालात कुछ हद तक सुधरने के बाद व नेटवर्क सुविधा बहाल होने के बाद अब तक 58 प्रतिशत लगभग 82 हजार क्विंटल खाद्यान्न की आपूर्ति ही एसएफसी द्वारा पीडीएस दुकानदारों को की गयी है. अब देखना लाजिमी होगा तीन दिनों के अंदर अगर निगम मुख्यालय के अवधि विस्तार का फायदा एसएफसी नहीं उठा पाता है तो बाढ़ से प्रभावित जिले के लाभुकों तक खाद्यान्न की आपूर्ति कैसे संभव हो पायेगी.
एफसीआइ से खाद्यान्न उठाव की स्थिति भी है चिंताजनक: एसएफसी द्वारा एक लाख 42 हजार क्विंटल खाद्यान्न पीडीएस दुकानदारों तक वितरण करना है. इसके अलावा एसएफसी को एमडीएम व आइसीडीएस को भी खाद्यान्न की आपूर्ति करना है. खाद्यान्नों की आपूर्ति तब ही संभव है जब एसएफसी के पास खाद्यान्न होंगे. अगस्त माह में आये बाढ़ के कारण एसएफसी को 26 हजार 700 क्विंटल चावल को डीएम के निर्देश के आलोक में बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रखंडों में भी वितरित करना पड़ा.
हालांकि इसका आवंटन उन्हें प्राप्त हो गया. लेकिन 1-15 के बीच एसएफसी को हर हाल में सितंबर के खाद्यान्न का उठाव एफसीआइ से कर लेना है. जानकारी अनुसार अब भी एसएफसी को लगभग 63 हजार क्विंटल का उठाव एफसीआइ से करना बांकी है.
फूड कलेंडर के अनुसार, आंवटित माह का खाद्यान्न उसी माह के 1-25 के बीच एसएफसी को डोर स्टेप डिलेवरी के माध्यम से पीडीएस दुकानदारों तक पहुंचा देना है. बाढ़ के हालात को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी के प्रतिवेदन के आधार पर एसएफसी को 10 सितंबर तक हर हाल में बैकलॉग को समाप्त करने का आदेश निगम मुख्यालय द्वारा दिया गया था.
लेकिन जब 10 सितंबर तक भी जब पीडीएस दुकानदारों तक खाद्यान्न की आपूर्ति संभव नहीं हो पायी तो डीएम द्वारा राज्य खाद्य निगम से पत्राचार कर एक बार फिर अवधि विस्तार की मांग की गयी. निगम मुख्यालय ने डीएम के मांग पर विचार करने के बाद 15 सितंबर तक हर हाल में बैकलॉग को समाप्त करते हुए पीडीएस दुकानदारों तक खाद्यान्न वितरण करने का अवधि विस्तार दिया है. समय अपनी रफ्तार में है. लेकिन अब तक अगस्त माह का 58 प्रतिशत खाद्यान्न ही पीडीएस दुकानदारों तक पहुंच पाया है. कुर्साकांटा, सिकटी, पलासी, भरगामा, फारबिसगंज, नरपतगंज प्रखंड के पीडीएस दुकानदारों तक पहुंचाये गये खाद्यान्न के ही आंकड़ों बोल रहे हैं
कि इन प्रखंडों में बाढ़ ने क्या तबाही मचायी है. बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुए सड़कों के कारण यहां के पीडीएस दुकानदारों तक अब तक अगस्त माह का खाद्यान्न नहीं पहुंचाये जा सके हैं. अब जबकि बाढ़ के कारण लोगों के घरों में खाने के अनाज तक नहीं बचे हैं. अगर उन तक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले खाद्यान्न भी अनुदानित दरों पर नहीं मिल पाये तो इन प्रखंडों के लाभुकों का क्या हाल होगा.
अगस्त माह में जविप्र दुकानदारों तक आपूर्ति की मात्रा-1.42 लाख क्विंटल
अब तक पीडीएस दुकानदारों तक आपूर्ति किये गये खाद्यान्न की आपूर्ति-82 हजार क्विंटल लगभग
इस माह खाद्यान्न प्राप्त करने वाले पीडीएस दुकानदारों की संख्या-1227
एसएफसी द्वारा अब तक वितरित किये गये जविप्र दुकानदारों की संख्या-255
बैकलॉग खत्म करने को अवधि विस्तार दिया गया है
राज्य खाद्य निगम मुख्यालय से 15 सितंबर तक बैकलॉग को समाप्त करने का अवधि विस्तार दिया गया है. निर्धारित तिथि तक खाद्यान्न वितरित करने का प्रयास किया जा रहा है.
बीरेंद्र नाथ गुप्ता, डीएम, एसएफसी