निखिल पहले से ही कई फाइनेंस कंपनियों व बैंकों का करोड़ों का कर्जदार था. इसके लिए कंपनियों द्वारा रिसीवर भी नियुक्त किये गये थे और फिर उसकी प्रियदर्शी मोटर्स व प्रियदर्शी फोर्ड शोरूम को हाल में सील किया गया था. इसके साथ ही उसने कर्ज के लिए अपने घर तक का कागजात बैंक को जमा कर रखा था. घर के अंदर भी लाखों के सामान थे और निखिल मान कर चल रहा था कि कुर्की-जब्ती हो जाये, लेकिन वह फरार ही रहेगा, क्योंकि उसकी सारी संपत्ति पहले से ही गिरवी रखी हुई थी.
Advertisement
#Patna Sex Scandal Case : निखिल के बेडरूम की चादर पर नहीं मिला कोई ‘दाग’
पटना : यौन शोषण मामले में गिरफ्त में आयेऑटोमोबाइल कारोबारी निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ एक सबूत एसआइटी के हाथ से जाता हुआ दिख रहा है. सूत्रों कि मानें, तो निखिल के बेडरूम से जो चादर एसआइटी ने कब्जे में लेकर एफएसएल को भेजा था, उसकी जांच में ऐसे की किसी बात की पुष्टि नहीं हुई […]
पटना : यौन शोषण मामले में गिरफ्त में आयेऑटोमोबाइल कारोबारी निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ एक सबूत एसआइटी के हाथ से जाता हुआ दिख रहा है. सूत्रों कि मानें, तो निखिल के बेडरूम से जो चादर एसआइटी ने कब्जे में लेकर एफएसएल को भेजा था, उसकी जांच में ऐसे की किसी बात की पुष्टि नहीं हुई है जिसके आधार पर निखिल के खिलाफ आरोप साबित हो सके.
हालांकि चादर एफएसएल में सुरक्षित रखा है और उसकी रिपोर्ट अभी एसआइटी को नहीं भेजी गयी है. गौरतलब है कि पीड़िता ने यह आरोप लगाया है कि शादी करने की बात कह कर निखिल द्वारा उसका यौन शोषण किया गया है. पीड़िता ने तीन जगह के बारे में एसआइटी को जानकारी दी है.
इसमें बोरिंग रोड चौराहे पर मौजूद एक फ्लैट, दूसरा राजा पुल के पास मौजूद फ्लैट और तीसरी जगह निखिल का घर है. इस बयान के बाद एसआइटी ने निखिल के बेडरूम से एक चादर को सैंपल के तौर पर लिया था और जांच के लिए एफएसएल को भेजा था. फिलहाल चादर की जांच कितना काम आया यह एफएसएल रिपोर्ट के आने के बाद ही साफ हो पायेगा.
कुछ महिलाओं के बयान निखिल पर पड़ सकते हैं भारी
निखिल प्रियदर्शी और यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किये गये अन्य आरोपितों के खिलाफ कुछ महिलाओं के बयान भारी पड़ सकते हैं. यहां बता दें कि पीड़िता ने कुछ महिलाओं के नाम एसआइटी काे बताये थे जिन्हें निखिल के घिनौने कारनामे के बारे में जानकारी थी. वो महिलाएं भी निखिल के शोषण का शिकार हो चुकी हैं, लेकिन उन्होंने प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी. फिलहाल एसआइटी ने ऐसी महिलाओं से पूछताछ की है और उनका बयान नोट किया है. केस की सुनवाई के दौरान यह सब निखिल पर भारी पड़ सकता है. यहां बता दें कि पीड़िता के 164 के बयान व अनुसंधान में दी गयी जानकारी के बाद एसआइटी ने कई जगहों की तस्दीक की है जहां घटना को अंजाम देने की बात कही गयी है और वहां से काफी कुछ इकट्ठा किया है.
पटना पहुंचने के साथ ही पिता के साथआज निखिलकी कोर्ट में पेशी
पटना : निखिल प्रियदर्शी व उसके पिता कृष्ण बिहारी सिन्हा शुक्रवार की सुबह पटना पहुंच जायेंगे. पुलिस की टीम दोनों को सड़क मार्ग से लेकर पटना अा रही है. पटना लाये जाने के बाद अब यह संभावना जतायी जा रही है कि पूछताछ के बाद शुक्रवार को उसकी पेशी न्यायालय में कर दी जायेगी. देहरादून कोर्ट द्वारा दोनों को तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर दिया गया है.
इसके बाद अब तीन दिनों के अंदर दोनों को पटना पुलिस द्वारा किसी भी कीमत पर न्यायालय में प्रस्तुत करना होगा. इधर, उन दोनों के पटना लाये जाने के बाद और कोर्ट में पेशी को लेकर इस मामले में गठित सीआइडी की एसआइटी भी रिमांड पर लेने के लिए आवश्यक प्रक्रिया करेगी. गाैरतलब है कि उत्तराखंड पुलिस ने उन दोनों को पौढ़ी गढ़वाल इलाके से मंगलवार की सुबह पकड़ा था और फिर पटना पुलिस को सूचित कर दिया था. बुद्धा कॉलोनी थाने में पीड़िता ने मानहानि का केस दर्ज कराया था.
हालांकि इस केस में भी लगायी गयी धाराएं गैरजमानतीय है. सूत्रों का कहना है कि पटना पुलिस अपने केस में उसे जेल भेज देगी. लेकिन रिमांड पर लेने की प्रक्रिया नहीं करने की संभावना है. क्योंकि पटना पुलिस को बुद्धा कॉलोनी थाने में दर्ज केस में कुछ ज्यादा पूछताछ करने की आवश्यकता नहीं है. पीड़िता द्वारा लगाये गये आरोप की केवल दस्तावेजों के आधार पर पुष्टि करनी है. लेकिन यौन शोषण के मामले में गठित एसआइटी को निखिल व अन्य पर लगाये गये आरोप के संबंध में पूछताछ करनी है, इसलिए वह अवश्य ही न्यायालय में रिमांड के लिए अर्जी देगी.
रास्ते में खायी रोटी-सब्जी
पटना पुलिस उसे लेकर निकली तो रास्ते में उसे खाने में रोटी-सब्जी खिलायी गयी. बुधवार रात दो घंटे आराम के बाद पटना पुलिस उसे सड़क मार्ग से पटना लेकर आ रही है.
निखिल की याचिका के खिलाफ सात दिनों में हलफनामा दायर करें
पटना. पटना उच्च न्यायालय ने यौन उत्पीड़न मामले के आरोपित निखिल प्रियदर्शी की याचिका में राज्य सरकार को एक सप्ताह में हलफनामा दायर करने का आदेश दिया है. जस्टिस वीरेंद्र कुमार की एकल पीठ ने गुरुवार को इस मामले की सुनवाई की. अपनी याचिका में निखिल प्रियदर्शी ने पूर्व मंत्री की नाबालिग लड़की के द्वारा लैंगिक उत्पीड़न के आरोप को निरस्त करने की याचना दी है.
फरारी के दौरान संपत्ति को पटना से हटाने के फिराक में था निखिल
पटना : यौन शोषण के आरोप में फंसे निखिल प्रियदर्शी फरारी के दौरान अपनी सारी संपत्ति व गाड़ियों को हटाने के फिराक में था. इस काम में उसका दोस्त कुमार गौरव व अन्य लगे हुए थे. उसका भाई मनीष भी इसमें सहयोग कर रहा था. सूत्रों का कहना है कि निखिल को यह सूचना मिल रही थी कि अब पुलिस उसके घर की कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया में लगी है.
इसके साथ ही अन्य संपत्ति को भी कुर्की-जब्ती की जायेगी. इसके बाद निखिल प्रियदर्शी ने अपने घर से महंगे सामान काे भी हटवाना शुरू कर दिया था. साथ ही उसके दोस्तों ने गलत नाम व पता के आधार पर निखिल को सिम कार्ड भी उपलब्ध कराया था. निखिल की महंगी गाड़ियाें व अन्य सामान को हटाने के क्रम में ही कुमार गौरव समेत तीन पकड़े गये थे.
इसी बीच मनीष भी पटना से निकलने के लिए एयरपोर्ट पहुंचा और पकड़ा गया. बुद्धा कॉलोनी थाने में आठ मार्च को जैसे ही प्राथमिकी दर्ज हुई और पटना पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तो यह भनक लग गयी कि कुछ लोग सारे सामान को इधर से उधर करने की फिराक में है. इसके बाद उन लोगों के पीछे लगी और सफलता भी मिली.
कई फाइनेंस कंपनियों व बैंकों का कर्ज पहले से ही था निखिल पर
निखिल पहले से ही कई फाइनेंस कंपनियों व बैंकों का करोड़ों का कर्जदार था. इसके लिए कंपनियों द्वारा रिसीवर भी नियुक्त किये गये थे और फिर उसकी प्रियदर्शी मोटर्स व प्रियदर्शी फोर्ड शोरूम को हाल में सील किया गया था. इसके साथ ही उसने कर्ज के लिए अपने घर तक का कागजात बैंक को जमा कर रखा था. घर के अंदर भी लाखों के सामान थे और निखिल मान कर चल रहा था कि कुर्की-जब्ती हो जाये, लेकिन वह फरार ही रहेगा, क्योंकि उसकी सारी संपत्ति पहले से ही गिरवी रखी हुई थी.
निखिल पहले से ही कई फाइनेंस कंपनियों व बैंकों का करोड़ों का कर्जदार था. इसके लिए कंपनियों द्वारा रिसीवर भी नियुक्त किये गये थे और फिर उसकी प्रियदर्शी मोटर्स व प्रियदर्शी फोर्ड शोरूम को हाल में सील किया गया था. इसके साथ ही उसने कर्ज के लिए अपने घर तक का कागजात बैंक को जमा कर रखा था. घर के अंदर भी लाखों के सामान थे और निखिल मान कर चल रहा था कि कुर्की-जब्ती हो जाये, लेकिन वह फरार ही रहेगा, क्योंकि उसकी सारी संपत्ति पहले से ही गिरवी रखी हुई थी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement