परसौनी (यूपी). यूपी के कुशीनगर जिले के परसौनी-डिबनी बाजार शुक्रवार सुर्खियों में रहा. गुरुवार की शाम दो व्यवसायियों की हत्या के बाद अचानक शुक्रवार को लोगों का आक्रोश फुट पड़ा और कई व्यवसायी संगठनों के साथ लोग सड़क पर उतर आये. कुशीनगर जिले के सभी व्यवसायी एनएच-28 को शवों के साथ जाम कर दी. लोगों के आक्रोश को देख सपा के विधायक रहे डॉ पीके राय तथा पूर्व सांसद बालेश्वर चौधरी पहुंच गये. सांसद और विधायक ने आक्रोशित व्यवसायियों की डिमांड को लेकर घंटों आंदोलन पर बैठे रहे. बाद में गुस्साये व्यवसायियों ने पुलिस के वरीय अधिकारियों से मिल कर मामले में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है.
सुबह से ही जुटने लगे थे व्यवसायी
परसौनी में हुए दोहरे हत्याकांड की खबर जैसे ही कुशी नगर जिले के व्यवसायियों को लगी, व्यवसायी उग्र हो गये. व्यवसायी खुद को लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं के बाद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. व्यवसायियों ने इस घटना को जहां पुलिस के चुनौती बताया. शुक्रवार की सुबह से ही व्यापारियों का अलग-अलग संगठन परसौनी में जुटने लगे. सबसे पहले तमकुही राज व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय सिंह पटेल मौके पर पहुंच और उन्होंने बताया कि पूर्व में भी अपराधियों द्वारा व्यवसायियों को धमकी दी जाती रही है. पुलिस को सूचना के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होना, पुलिस के निकम्मेपन को दरसाता है. मौके पर पहुंचे यूपी के कुशी नगर जिले के डीएम लोकेश एन, एसपी ललित कुमार सिंह ने जब इस बात का आश्वासन दिया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टास्क फोर्स एवं स्वान दस्ता को लगाया गया है. वहीं, सपा नेता बालेश्वर यादव, पीके राय , हिंदू युवा वाहिनी के नेताओं ने काफी समझाया बुझाया तब कहीं जा क र लोगों का आक्रोश शांत हुआ.
पटखौली में पसरा मातमी सन्नाटा
जैसे ही रूपेश वर्मा का शव उसके पैतृक गांव कटेया थाने के पटखौली में पहुंचा वहां उनके परिजनों के चित्कार से माहौल गमगीन हो गया. रूपेश के पिता स्वामी नाथ वर्मा की हालत अत्यंत नाजुक बतायी जा रही है. अपने ज्येष्ठ पुत्र के शव को देख वे बार-बार बेहोश हो जा रहे. पत्नी गीता देवी की हालत देख लोगों की आंखें नम हो जा रही थी. गुरुवार की सुबह ही पत्नी से मिल कर रूपेश अपनी दुकान पर गये थे. क्या पता था कि यह उनकी आखिरी मुलाकात होगी. बेटा उज्जवल (7) और बेटी अन्नु (5) परिजनों को रोते देख कर आश्चर्यचकित थे. मां के गले से लिपट कर रोये जा रहे थे. उन मासूम को क्या पता कि उनके सिर से बाप साया ही उठ गया है. लाश पहुंचने की खबर पाते ही कटेया प्रख्ांड के सैकड़ों व्यवसायियों एवं इर्द-गिर्द के ग्रामीण स्वामी नाथ के दरवाजे पर जमा हो गये.