पटना: बिजली जलाने के लिए पेसू से कनेक्शन लिया. इसके आधार पर मीटर लगे. बिजली आपूर्ति भी शुरू हुई. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था कि पांच दिन पहले अचानक बिजली आपूर्ति काट दी गयी. यह मामला आर ब्लॉक के समीप चपरासी क्वार्टरों का है. पांच दिनों से यहां के लगभग 100 क्वार्टरों के लोग अंधेरे में रहने को विवश हैं.
मुकर रहा विभाग : मामला बकाया भुगतान का है. यहां के बिजली बिल का भुगतान भवन निर्माण विभाग को करना है, क्योंकि यहां रहनेवाले कर्मियों के वेतन से बिजली व मकान का किराया कट कर भवन निर्माण विभाग को चला जाता है. अब भवन निर्माण विभाग बिल देने से मुकर रहा है. पेसू ने पहले भवन निर्माण विभाग को बिल भुगतान करने को कहा था, लेकिन जब वह बिल देने से मना कर दिया, तो उसने वहां के लोगों से राशि जमा करने को कहा.
नये लोगों को परेशानी : विदित हो कि क्वार्टर में रहने वाले कई कर्मी रिटायर होकर चले गये. नये कर्मियों को बिजली को लेकर परेशानी होने लगी, तो बिजली अधिकारियों के कहने पर क्वार्टर में रहने वालों ने अपने-अपने नाम से बिजली कनेक्शन ले लिया. चपरासी क्वार्टर में रह रहे सरकारी कर्मी सचिवालय सहित विभिन्न अधिकारियों के यहां काम करते हैं. यहां रहनेवाले उपेंद्र कुमार सिंह, हरिशंकर, रघुवीर राम, बलराम, राधे आदि ने बताया कि पिछले साल मई में नया बिजली कनेक्शन मिला है. उसके बाद से नियमित बिजली बिल दे रहे हैं. इसके बाद भी पांच दिनों से बिजली काट दी गयी है. लोगों ने जब पता किया, तो बताया गया कि पहले से इन क्वार्टर पर बिजली बिल का बकाया है.
एक-दूसरे पर थोपते हैं अधिकारी : पेसू के जीएम एसएसपी श्रीवास्तव से जब बात की गयी, तो उन्होंने अधीक्षण अभियंता से बात करने को कहा. अधीक्षण अभियंता से बात की गयी तो उन्होंने पहले यह कहा कि वे स्टेटमेंट देने के लिए अधिकृत नहीं हैं. फिर उन्होंने बताया कि भवन निर्माण विभाग ने बकाया बिल को भुगतान करने की बात कही थी, लेकिन उसने राशि नहीं चुकायी. इस वजह से बिजली काटी गयी है. जब यह पूछने पर कि लोगों ने नया कनेक्शन लिये, मीटर लगाये गये व फिर आपूर्ति शुरू हुई. उपभोक्ताओं ने बिजली बिल का भुगतान किया, तो फिर क्यों बिजली काट दी गयी? इस पर उन्होंने कहा कि ज्यादा जानकारी पेसू के जीएम ही दे सकते हैं.
भवन निर्माण विभाग को करना था भुगतान
आर ब्लॉक स्थित चपरासी क्वार्टर में बकाया बिजली बिल का भुगतान भवन निर्माण विभाग को करना था. भवन निर्माण विभाग की ओर से 25 अप्रैल, 2013 को विद्युत विभाग को लिखे पत्र में उल्लेख किया गया कि निधि प्राप्त करने के लिए लिखा गया है. निधि प्राप्त होते ही बकाया बिजली बिल भुगतान कर दिया जायेगा. तत्काल अपने-अपने नाम से नया कनेक्शन दिया जा सकता है. वहीं पत्र 302/54 पीडब्ल्यूडी 2777 पी 27 मई 1954 में उल्लेख है कि क्वार्टर में रह रहे कर्मियों से 75 पैसे प्रति माह वेतन से कटौती कर ली जायेगी. उस समय व्यक्ति विशेष के नाम से बिजली नहीं होकर भवन निर्माण विभाग के नाम से कनेक्शन दिया गया था. एक व्यक्ति के यहां बिजली कनेक्शन रहने से 20 व्यक्ति उसका उपयोग करता था.