पटना : वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में सफलता को दोहराने के लिए कांग्रेस के बिहार में राजद और लोजपा के साथ गठबंधन करने की पूरी संभावना के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि हर चुनाव की कहानी अलग है, ऐसा कुछ नहीं होने वाला है और बिहार में मुंह की खाएंगे.
मुख्यमंत्री आवास पर आज आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के राजद और लोजपा के साथ बिहार में गठबंधन को लेकर एक प्रश्न के उत्तर में नीतीश ने कहा कि हर चुनाव की कहानी अलग है, ऐसा कुछ नहीं होने वाला है और बिहार में मुंह की खाएंगे.
उन्होंने कहा कि गंगा से बहुत पानी बह चुका है इसलिए पुरानी बातों से तुलना करके लोग समय बिताते हैं और यह एक बुद्धिविलास है और उसका विशलेषण भी उसी प्रकार से किया जाता है इसलिए उसमें कोई दम नहीं है.
नीतीश ने कहा कि हर चुनाव की अपनी कहानी है, अपनी परिस्थितियां होती हैं इसलिए इस लोकसभा चुनाव की पूर्व के लोकसभा चुनाव से तुलना करने की आवश्यक्ता है. बिहार के जो हालात हैं और अलग-अलग राज्यों में भिन्न-भिन्न स्थिति है. देश में कोई एक समान परिस्थिति नहीं है.
नीतीश ने कहा कि जहां तक कांग्रेस का राजद और लोजपा के साथ गठबंधन का प्रश्न है तो वह पहले से है और उनके बीच अगले लोकसभा चुनाव में गठबंधन कोई कौतुहल का विषय नहीं है और हमलोगों की उसमें कोई दिलचस्पी नहीं है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के राजद के साथ गठबंधन को व्यक्ति विशेष नहीं बल्कि एक आईडिया के साथ गठबंधन बताए जाने के बारे में नीतीश ने कहा कि आडिया एक जैसा नहीं होता, तो गठबंधन नहीं होता.
पूर्व नौकरशाहों के विभिन्न राजनीतिक दलों में शामिल होने के बारे में पूछे गए एक प्रश्न पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अपने को इतनी पुरानी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा में आदमी की कमी है इसलिए रोज नए लोगों को पार्टी में शामिल करा रही है.
उन्होंने कहा कि लंबे काल से जो राजनीतिक क्षेत्र व्यस्त रहता है उसकी तुलना में पुरानी पार्टी (भाजपा) होने के बावजूद भी नए लोगों को तरजीह दे रही है इससे उसके दिवालिएपन का पता चलता है. अभी तक उम्मीदवार तलाश रहे हैं.
नीतीश ने भाजपा के साथ अपने पुराने गठबंधन की चर्चा करते हुए दावा किया कि उसके पास चुनाव लड़ने के लिये इस बार उम्मीदवार नहीं है. दावा वह जितना करते रहें पर कई बार सीट भी देते और उम्मीदवार भी देते थे.