दिघवारा(सारण) .
अपनों से बिछुड़ने का गम केवल मानव में ही नहीं बल्कि जानवरों व पशुओं में भी होता है. इस बात की बानगी प्रत्येक दिन शक्तिपीठ स्थल आमी में पिछले एक सप्ताह से देखने को मिल रही है. विरह की वेदना ङोल रही एक नागिन हर दिन अपने नाग की तलाश में घूम रही है. नागिन के क्रियाकलापों को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ती है. यह दृश्य अंबिका हाइस्कूल से अंबिका भवानी हाल्ट जानेवाले रास्ते के मध्य फोरलेन सड़क के नजदीक का है.
ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक, आमी हाइस्कूल से अंबिका भवानी हाल्ट को जोड़नेवाली संपर्क सड़क का निर्माण कार्य चल रहा था, तभी मिट्टी काटने के क्रम में एक नाग निकल आया, जिसे मजदूरों ने मौत के घाट उतार दिया. तब से प्रत्येक दिन नागिन, अपने नाग की तलाश में दिन भर इधर-उधर घूमती है. मानों उसकी निगाहें हर जगह अपने नाग को ढूंढ़ती हैं. अहले सुबह बिल से निकल कर नागिन द्वारा नाग को ढूंढ़ने की यह चर्चा हर जुबान पर हो रही है. लोगों ने भी मानवता की मिसाल पेश की है. हर दिन इस मार्मिक दृश्य के सैकड़ों लोग गवाह बन रहे हैं. मगर कोई नागिन को नुकसान नहीं पहुंचा रहा है. आखिर कौन उस नागिन को समझाये कि अपने जिस नाग की तलाश में वह दिन भर भटकती नजर आती है, वह नाग अब इस दुनिया में नहीं रहा.