नयी दिल्ली/पटना : अपने तीन सांसदों पर एक स्टिंग ऑपरेशन में सामने आये रिश्वतखोरी के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए जदयू ने आज उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किये और इस सप्ताह के अंत तक पार्टी अध्यक्ष शरद यादव के समक्ष रख स्पष्ट करने को कहा.
जदयू के लोकसभा सदस्यों विश्वमोहन कुमार, भूदेव चौधरी और महेश्वर हजारी को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए जदयू महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि पार्टी ने स्टिंग ऑपरेशन को गंभीरता से लिया है जिसमें दिखाया गया था कि संसद सदस्य एक फर्जी विदेशी तेल कंपनी के लिए सिफारिशी खत लिखने के लिए कथित तौर पर 50,000 रुपये से 50 लाख रुपये तक में तैयार हो रहे हैं.
तीनों सांसदों को एक जैसे लेकिन अलग अलग नोटिसों में कहा गया है, ‘‘पार्टी अध्यक्ष शरद यादव ने इसे जदयू के मूलभूत सिद्धांतों और विचारों के साथ विश्वासघात माना है. पार्टी का गठन भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की बुनियाद पर हुआ था.’’ तीनों को सप्ताह के अंत तक जवाब देने को कहा गया है अन्यथा पार्टी उनके खिलाफ गंभीर निर्णय लेने के लिए बाध्य होगी.
कोबरापोस्ट के एक स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि कांग्रेस, भाजपा, जदयू, अन्नाद्रमुक और बसपा के 11 सांसद एक फर्जी तेल कंपनी के लिए 50,000 रुपये से 50 लाख रुपये तक लेकर सिफारिशी खत लिखने को तैयार हो जाते हैं. सात साल पहले संसद में प्रश्न पूछने के लिए पैसे लिये जाने के ऐसे ही एक खुलासे के बाद संसद से 11 सांसदों को निष्कासित कर दिया गया था.