पटना: पिछले पांच दिनों से पीएमसीएच सहित शहरी अस्पतालों में एंटी रैबीज वैक्सीन खत्म हो गया है. इससे मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर रेफर कर दिया जाता है. ऐसी स्थिति में उन्हें निजी अस्पताल व क्लिनिकों से दवा खरीदनी पड़ रही है. जानकारी के मुताबिक पीएमसीएच सहित शहरी अस्पतालों में हर दिन 60 मरीज वैक्सीन के लिए आते हैं.
अस्पतालों में वैक्सीन खत्म
पुनाईचक बोर्ड कॉलोनी में रह कर पढ़ाई करनेवाले संतोष कुमार को मंगलवार की दोपहर कुत्ता ने काट लिया. इसके बाद संतोष राजवंशी नगर अस्पताल पहुंचे. उन्हें बताया गया कि यहां पर अब वैक्सीन नहीं पड़ता. आप न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल जाएं. बुधवार की सुबह न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में बताया गया कि पिछले पांच दिनों से वैक्सीन नहीं है. फिर पीएमसीएच जाने को कहा गया. इसके बाद संतोष पीएमसीएच पहुंचे. ओपीडी में लंबी कतार में लगने के बाद परचा कटाया. वैक्सीन के लिए परिसर में बने सेंटर में गये, लेकिन वहां भी कहा गया वैक्सीन के लिए कल आना होगा. काफी मिन्नत की, तो उन्हें आधा घंटा रूकने को कहा गया. आधा घंटा बैठने के बाद एक कर्मी आया और कहा कि आप कल आना. दरअसल, वैक्सीन महंगा है और संतोष के पास उतने पैसे नहीं थे.
बरतें सावधानी
कुत्ता काट ले तो 24 घंटे के भीतर वैक्सीन लगवा लेना चाहिए. डोज कितनी लगनी है, यह डॉक्टर तय करेंगे. किसी को दो, किसी को तीन, तो किसी को पांच खुराक की भी जरूरत पड़ सकती है.
टिटभैक से 24 घंटे तक आप रैबीज के असर को रोक सकते हैं. लेकिन, चिकित्सकों के मुताबिक स्वास्थ्य कारणों से एंटी रैबीज वैक्सीन लगवा लेने में ही भलाई है.
कुत्ता काट ले और वह सामने दस दिनों के भीतर नहीं मरे तो तीन या चार डोज.
कुत्ता काट ले और मर जाये तो पांच डोज.
कुत्ता काट ले और आपको नजर नहीं आये, तो पांच डोज जरूर लें.