पटना:दूरदर्शन में सहायक निदेशिका (अतिरिक्त प्रभार) रत्ना पुरकायस्था ने अपने सहयोगी प्रोग्राम एक्जिक्यूटिव डॉ. नवीन कुमार प्रसाद पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने व खाद्य आपूर्ति मंत्री श्याम रजक के मोबाइल फोन नंबर से देख लेने की धमकी देने और अभद्र बात करने का आरोप लगाया है. उन्होंने इन आरोपों को लेकर शास्त्री नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए प्रभारी एसएसपी बीएन झा को भी इसकी जानकारी दी है. उनसे जानकारी मिलने के बाद श्री झा ने तुरंत ही शास्त्री नगर थानाध्यक्ष को उस आवेदन पर उचित कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इस संबंध में श्याम रजक को फोन कर संपर्क किया गया, तो उन्होंने इस तरह के आरोप को गलत बताया. साथ ही इस पर आगे कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
आरोपित है रिश्तेदार : उधर प्रभारी एसएसपी बीएन झा ने बताया कि उनकी शिकायत पर उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए शास्त्री नगर थाना को निर्देश दिया जा चुका है. वहीं डॉ नवीन प्रसाद ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते हुए बताया कि वे खुद ही उनसे मानसिक रूप से कई बार प्रताड़ित हो चुके हैं. जब से उन्हें सहायक निदेशक का प्रभार मिला है, वे हमेशा परेशान करती रहती हैं. वे मेरा सारा वर्क छीन कर दूसरे सहयोगी को दे चुकी हैं. उन्होंने यह स्वीकार किया कि श्याम रजक उनके दूर के रिश्तेदार हैं.
गैरकानूनी काम का दबाव : दूरदर्शन में प्रोग्राम एक्जिक्यूटिव के पद पर कार्यरत रत्ना पुरकायस्था को 15 अक्तूबर को सहायक निदेशक का अतिरिक्त प्रभार मिला था. श्रीमती रत्ना ने पुलिस को जो जानकारी दी है, उसके अनुसार उनके इस पद पर जाने के बाद से ही सहयोगी प्रोग्राम एक्जिक्यूटिव डॉ नवीन कुमार प्रसाद ने विभाग में गैरकानूनी काम करने के लिए कहा. लेकिन उन्होंने जब इनकार कर दिया तो नवीन कुमार ने अपने आप को खाद्य आपूर्ति मंत्री का रिश्तेदार बताते हुए देख लेने की धमकी दी.
सरकारी नंबर से कॉल
श्रीमती रत्ना ने जानकारी दी है कि 22 नवंबर को रात में खाद्य आपूर्ति मंत्री के सरकारी नंबर से एक कॉल आया और अभद्र शब्दों का प्रयोग करने के बाद काट दिया गया. फिर बुधवार को कुछ लोग पुनाईचक स्थित वीणा श्री अपार्टमेंट में पहुंचे और ग्रिल पीटने लगे. जब वह बाहर निकली, तो उन लोगों ने धमकी दी कि मंत्री जी की बात नहीं मानती हो, इसका परिणाम काफी बुरा होगा.