संवाददाता, पटना
बिहार सरकार गांवों को शराबमुक्त करायेगी. जीविका के माध्यम से गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलेगा. इसके लिए सरकार सहायता राशि भी देगी. जीविका समूह का कोई ग्राम संगठन किसी गांव को शराबमुक्त बनाता है, तो सरकार एक लाख का इनाम देगी. मद्य निषेध दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि शराब सेहत के लिए हानिकारक है. लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने जीविका की सदस्यों पर भरोसा जताते हुए कहा कि पूरे बिहार में 1.25 करोड़ महिलाएं अभियान चलायेंगी, तो क्या शराब बिकेगी? अवैध रूप से शराब बेचनेवाले भी नहीं बेच पायेंगे. उन्होंने कहा कि उत्पाद विभाग का काम सिर्फ राजस्व लाना नहीं है, बल्कि मद्य निषेध भी है. इसके लिए कार्यक्रम चलाना चाहिए और जागृति फैलानी चाहिए. जाविका मद्य निषेध कार्यक्रम को संगठित होकर चलाये. अब उत्पाद विभाग का मद्य निषेध पर ज्यादा जोर है. इसी कारण शराब पर विभिन्न प्रकार के कर लगाये जा रहे हैं. इससे शराब और महंगी होगी और गरीबों की पहुंच से दूर होगी. गरीब का पैसा शराब की जगह सिर्फ भोजन, शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च होना चाहिए. सीएम ने कहा कि शराब पर पाबंदी नहीं लगायी जा सकती. अगर पाबंदी लगी, तो शराब की अवैध रूप से खरीद-बिक्री होगी. उन्होंने साफ किया कि ज्यादा राजस्व आने का मतलब यह नहीं कि लोग ज्यादा शराब पी रहे हैं. पिछले तीन वर्षो से एक भी नयी शराब दुकान नहीं खुली है. मुख्यमंत्री ने उत्पाद विभाग के लिए जल्द ही अधिकारियों और सिपाहियों की नियुक्ति करने की भी बात कही.
कहीं नजर न लग जाये : मुख्यमंत्री ने भाजपा का नाम लिये बगैर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार में सामाजिक परिवर्तन हो रहा है. बावजूद इसके कुछ लोगों को यह दिखायी ही नहीं देता. हम तो चाहते हैं कि उन्हें दिखायी भी न दे. दिखायी दिया, तो कहीं उनकी नजर न लग जाये. जमाना देख रहा है कि बिहार विकास कर रहा है. बिहार को हम सुंदर और बेहतर बनायेंगे. न्याय के साथ बिहार का विकास होगा.
इच्छाशक्ति की जरूरत : इससे पहले उत्पाद और मद्य निषेध मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि शराब पीना फैशन हो गया है. युवा पीढ़ी अपनी सभ्यता, संस्कृति को ताक पर रखकर शराब पीती है. शराबमुक्त समाज के लिए इच्छाशक्ति की आवश्यकता है. समारोह में खगड़िया की प्रमिला देवी और मुजफ्फरपुर के पताही की सुनीता देवी ने शराबमुक्ति पर अपने अनुभव बांटे. मौके पर पेंटिंग और निबंध लेखन प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया. इससे पहले मुख्यमंत्री ने सभी पंचायतों के मुखियाओं द्वारा भेजे संदेशों का अनावरण किया. साथ ही रेडियो पर प्रसारित होनेवाले जिंगल्स का भी लोकार्पण किया. कार्यक्रम में विभाग के सचिव संजीव पौंड्रिक, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव सह बीएसबीसीएल के निदेशक बी राजेंदर, जीविका के प्रबंध निदेशक अरविंद चौधरी, अतीश चंद्रा, सैयद परवेज आलम, अर्चना तिवारी आदि मौजूद थे.