विक्रम साहनी ने कहा कि बरसात के पूर्व नाली एवं गंदगी की सफाई नहीं किये जाने से बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. चंदन कुमार ने बताया कि नप कर्मियों की हठधर्मिता के कारण सफाई कार्य बाधित है. यह सिर्फ नप कर्मी के कारण ही नहीं पूरे नगर परिषद के लापरवाही के कारण है. धीरज कुमार ने कहा कि शहर में सफाई कार्य मार्च महीने से ही करना चाहिए.
लेकिन नगर परिषद द्वारा इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया. विकास राज ने कहा कि सफाई के नाम पर आज लोग नप कर्मी की हड़ताल को कोस रहे हैं लेकिन बरसात में शहर को नरक बनने से बचाने के लिए महीनों पूर्व केवल योजना बनी. सफाई को अमल में नहीं लाया गया. कुमार बिहारी ने कहा कि गंदगी फैले रहने से बीमारी का खतरा बढ़ा है. बरसात में इससे महामारी का अंदेशा है. प्रीतम कुमार ने कहा कि हर वर्ष बरसात के दिनों मे मनसिंघा पइन की सफाई की ओर ध्यान जाता है. लेकिन गरमी के मौसम में इस दिशा में कोई ध्यान नहीं देता है. विक्की कुमार ने कहा कि सफाई नहीं होने से शहर की जिंदगी नारकीय बन गयी है. अब शहर की गंदगी साफ करने की आशा भी क्षीण हो गयी है.