पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर बरसे और कहा कि इस फैसले से भाजपा का कोई भला नहीं होने वाला है. अपने घर में ही भाजपा खुशियां मना रही है. वे आत्ममुग्ध हैं. सत्ता प्राप्ति का लक्ष्य काफी दूर हो चुका है. इसे लेकर मेरे मन में कोई शक – शुबहा नहीं है.
रिजल्ट आयेगा, तो पता चल जायेगा कि कौन सही था. उन्होंने भाजपा के पहले पीएम इन वेटिंग लालकृष्ण आडवाणी की तरफदारी की और कहा कि देश भर से लोहा मांगने वालों ने अपने ही ‘लौहपुरुष’ आडवाणी को रस्ट (जंग) लगने के लिए छोड़ दिया है. लोकसभा चुनाव में जदयू के किसी दल के साथ गंठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला अक्तूबर के बाद ही होगा. सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री के निशाने पर नरेंद्र मोदी और प्रदेश भाजपा के नेता ही रहे.
जनता जदयू के साथ
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर विपक्षी एकता को तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में जदयू का किसी से संघर्ष नहीं है. जनता जदयू के साथ है. देश में यूपीए व कांग्रेस के खिलाफ एक माहौल तैयार था. उस समय जो मुद्दे थे, वह आज भी हैं. भाजपा ने उन मुद्दों को भटका दिया. आडवाणी द्वारा नरेंद्र मोदी की तारीफ किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनका अंदरूनी मामला है और जदयू का दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने स्वीकार किया कि लोकसभा चुनाव में सांप्रदायिकता मुद्दा होगी. कहा, यह देश बहुधर्मी, बहुभाषी व विविधताओं से भरा है. सबों को साथ लेकर चलने से ही देश चलेगा और स्थायित्व कायम होगा.
विशेष दर्जे को लेकर भाजपा पर हमला
बिहार से अधिक किसी राज्य ने नहीं किया. बिहार पहला राज्य है, जहां सात हजार भूतपूर्व सैनिकों को सैप जवान के रूप में नियुक्त किया गया. 550 जवान गृह विभाग के तहत जेलों में पदस्थापित हैं. इस नियुक्ति पर तत्कालीन रक्षा मंत्री और मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सभी राज्यों को बिहार का अनुसरण करते हुए भूतपूर्व सैनिकों को बहाल करने का प्रस्ताव दिया था. आगे भी सैनिकों के कल्याण के लिए काम किये जायेंगे. नरेंद्र मोदी के भाषण में पड़ोसी देशों पर हमला किये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्याओं का समाधान होना चाहिए. लेकिन, यह विदेशनीति से जुड़ा मामला है. विशेष राज्य का दर्जा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तो प्रदेश भाजपा के नेता ऐसा व्यवहार कर रहे हैं, मानो दर्जा मिल चुका है. जब साथ थे, तो दर्जा मिलने का समर्थन करते थे. आज कल लाभ-हानि बताने में लगे हुए हैं.
आडवाणी के बहाने नरेंद्र मोदी पर बरसे नीतीश