पटना: बिहार के पुलिस महानिदेशक ने आज कहा कि इंडियन मुजाहिदीन के सह -संस्थापक अतिवांछित आतंकवादी यासीन भटकल और असादुल्लाह अख्तर की गिरफ्तारी का सीधा श्रेय बिहार पुलिस को नहीं दिया जा सकता और उनसे पूछताछ में केंद्रीय गुप्तर एजेंसी (आईबी), एनआईए के साथ बिहार पुलिस भी शामिल थी. पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने पुलिस मुख्यालय में आज यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यासीन भटकल और असादुल्लाह अख्तर उर्फ हड्डी की गिरफ्तारी का सीधा श्रेय बिहार पुलिस को नहीं दिया जा सकता और उनसे पूछताछ में केंद्रीय गुप्तर एजेंसी (आईबी), एनआईए के साथ बिहार पुलिस भी शामिल थी. उन्होंने बताया कि केंद्रीय गुप्तर एजेंसी, एनआईए, एक अन्य राज्य की पुलिस के प्रत्यक्ष और परोक्ष सहयोग से 29 अगस्त के सुबह 7 से आठ बजे के बीच रक्सौल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया.
उल्लेखनीय है कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार की जदयू सरकार पर आतंकियों के खिलाफ नरमी बरतने का आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रदेश की पुलिस न केवल इन दोनों की गिरफ्तारी का श्रेय लेने से बचती रही बल्कि उन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर भी नहीं लिया.
मोदी ने यह भी आरोप लगाया था कि इन दोनों की रक्सौल में गिरफ्तारी के बावजूद बिहार सरकार ने केंद्रीय एजेंसी पर गिरफ्तारी का स्थान उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिला स्थित नेपाल सीमा क्षेत्र बताने का दबाव बनाया था. हालांकि, जदयू के कई नेताओं ने मोदी के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था, लेकिन आज छुट्टी का दिन होते हुए भी पुलिस महानिदेशक द्वारा अचानक संवाददाता सम्मेलन बुलाकर भटकल और अख्तर की गिरफ्तारी को लेकर विस्तृत जानकारी दिया जाना उसी की कड़ी बतायी जा रही है.