पटना: 26 अगस्त की अर्धरात्रि मंगल पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा. मंगल की पृथ्वी से दूरी 34.65 मिलियन मील होगी. मंगल के रात्रि कालीन दृष्टिगोचर होने के कारण एक साथ दो -दो चंद्रमा के उदय का प्रभाव दिखाई देगा. पंडित पुनीत आलोक छवि के अनुसार मंगल का पृथ्वी के सबसे नजदीक से गुजरना सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक क्षेत्र को प्रभावित करेगा. जिसका प्रभाव अगले 14 महीनों तक रहेगा.
अधिकार के प्रति होंगे सजग
मंगल का जनमानस खास कर महिलाओं पर विशेष प्रभाव होगा. वे अपने अधिकारों के प्रति अधिक सजग रहेंगी. जिससे सरकार को जनमानस का विरोध भी ङोलना पड़ सकता है. मृगशिरा नक्षत्र के उदय काल में मंगल का पृथ्वी के नजदीक से गुजरना समाज में उपद्रवी घटनाओं का सूचक है. मृगशिरा नक्षत्र शक्ति के संचरण के रूप में जाना जाता है. साथ ही इसका कारक ग्रह मंगल है.
मंगल कर्क राशि में पुष्य नक्षत्र में स्थित है, जिससे मंगल का पृथ्वी के नजदीक आना महिलाओं के लिए शुभ रहेगा. इस काल में महिलाओं का वर्चस्व बढ़ेगा. मंगल पुलिस व अनुसंधान का कारक ग्रह है. जिससे इस क्षेत्र में कार्य करनेवाले लोगों के लिए नये अवसर प्राप्त होंगे. हांलांकि, मंगल में केतु के संचरण प्रभाव के कारण नक्सली व उपद्रवी घटनाएं बढ़ेंगी. खास कर 10 अक्तूबर के आसपास ऐसी घटनाएं घट सकती हैं. खगौलीय गणना के अनुसार मंगल पुन: वर्ष 2287 में पृथ्वी के इतने करीब से गुजरेगा.