पटना : जदयू के आठ बागी विधायकों के बाद चार अन्य बागियों पर भी तलवार लटक रही है. सोमवार को इस्लामपुर के विधायक राजीव रंजन, टिकारी के विधायक अनिल कुमार, मीनापुर के विधायक दिनेश कुशवाहा व काराकाट के विधायक राजेश्वर राज की सदस्यता रद्द करने को लेकर स्पीकर से अनुशंसा की जा सकती है. संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने ने कहा कि अगर समय रहते विधायक पार्टी पर आस्था जताते हैं और अपनी गलती स्वीकार करते हैं, तो कार्रवाई नहीं होगी.
विधायक राजीव रंजन को पहले ही पार्टी से निलंबित किया जा चुका है. पिछले दिन उन्हें नालंदा जिले का एनडीए का कनवेनर बनाया गया है. इस कारण उन पर स्वत: दल का परित्याग का मामला सामने आ रहा है. विधायक दिनेश कुशवाहा, राजेश्वर राज व अनिल कुमार ने राज्यसभा उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी उतारा था और उन्हें वोट भी दिया था. इस आरोप में चार विधायकों ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, नीरज कुमार सिंह,राहुल शर्मा व रवींद्र राय की सदस्यता रद्द की जा चुकी है जबकि विधायक अजीत कुमार, पूनम देवी, राजू सिंह व सुरेश चंचल के मामले में 26-27 दिसंबर को फैसला आने की उम्मीद है.