पटना: पूर्व मुख्यमंत्री व जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने कहा कि वर्तमान में राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि देश और खासकर बिहार के सामने कुछ बुनियादी सवाल खड़े हैं, जिसका भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है.
लोकसभा चुनाव के दौरान वर्तमान प्रधानमंत्री ने कहा था कि कि इतना काला धन है कि इसे वापस लाकर प्रत्येक व्यक्ति को 15-20 लाख रुपये देंगे. भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरकार बनने के बाद 100 दिनों में काला धन लाने का वादा किया और इस मुहिम में ओत-प्रोत बाबा रामदेव ने इससे भी ज्यादा बढ़-चढ़ कर बातें कीं.
अब प्रधानमंत्री कहते हैं कि पता नहीं कि कितना पैसा है. जब पता नहीं है, तो जनता से किस आधार पर वादे किये? फेसबुक पर ताजा पोस्ट में नीतीश कुमार ने कहा है कि चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा कहा गया कि युवाओं को बड़े पैकेज के रोजगार देंगे और अब बहालियों पर रोक लगा दी. बिहार में कहा कि विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, विशेष ऑप्शन देंगे. बिहार की जनता ने 31 सीटों पर उन्हें जिताया. क्या परिणाम हुआ? विशेष की बात तो रहने दें साधारण प्रावधान भी नहीं कर पा रहे.
मनरेगा, इंदिरा आवास, राष्ट्रीय राजमार्ग मरम्मत, एनएच की बकाया 1000 करोड़ की राशि का भुगतान तक नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि संपर्क यात्र में कार्यकर्ताओं को हमने राजनीति के इस नये दौर के बारे में बताया है. यह ऐसा दौर है, जिसमें नेता बेबाकी से झूठ बोलता है. उसे बड़े प्रचार माध्यमों से प्रचारित करता है और फिर जब जनता से मिलता है, तो बेङिाझक अपने स्टैंड से पलट जाता है. फिर वहीं प्रचार तंत्र से जनता को नये स्टैंड पर फुसलाता है. नीति हो या समाज, फॉमरूला वही है. दिल्ली में बैठे नेता कहते हैं सबका साथ, सबका विकास और जमीन पर उनके विभिन्न संगठन समाज में जहर बोने का काम करते हैं.