पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आरक्षण के कारण ही मांझी (मुसहर,भुइयां) का बेटा आज मुख्यमंत्री के पद पर है, नहीं तो किसी के खेत में हल जोतता रहता.
हम सीएम हैं इसलिए तो ऊंची जाति के लोग भी साष्टांग करते हैं, अन्यथा कौन पूछता. मुख्यमंत्री रविवार को भूदान यज्ञ समिति के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 1947 में हमें सिर्फ राजनीतिक आजादी मिली. इसे बचा कर रखना होगा.
उन्होंने कहा कि दलित में जाति का मामला नहीं है. इसे वे अज्ञानता के कारण नहीं समझते हैं. कागज पर तो 15 प्रतिशत अनुसूचित जाति और एक प्रतिशत जनजाति बताया जाता है, लेकिन हमारी आबादी 22-23 प्रतिशत से कम नहीं है. बावजूद दो-चार एमएलए या एमपी बनते हैं. रेशियो आबादी के अनुरूप होना चाहिए.
नीतीश ही हमारे नेता
सम्मेलन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार हमारे नेता हैं. अगले चुनाव हम उनके ही नेतृत्व में लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि जहां तक महागंठबंधन के नेता का सवाल है, इसका चुनाव नीतीश कुमार, शरद यादव, सोनिया गांधी और लालू प्रसाद तय करेंगे. मांझी ने कहा कि जहां तक जदयू में नेता का सवाल है, तो मैं पूर्व सीएम नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव करूंगा. एक प्रश्न के जवाब उन्होंने कहा कि कौन मेरा प्रशंसा करता है और कौन आलोचना करता है, यह देखना मेरा काम नहीं है. मेरा तो कर्तव्य है राज्य के विकास के लिए काम करना. उन्होंने कहा कि जिस भूदान की जमीनवाले का परचा खो गया है, उन्हें पुन: दिया जायेगा.