पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में वन एवं वन्य प्राणियों की रक्षा को लेकर सरकार सचेत है. उन्होंने प्रदेश में वन क्षेत्र को 13 प्रतिशत से बढ़ा कर कम-से-कम 20 प्रतिशत करने का टास्क अधिकारियों को सौंपा है. गुरुवार को संजय गांधी जैविक उद्यान में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 33 प्रतिशत वन होने चाहिए, लेकिन 20 प्रतिशत होने पर भी हम कह सकते हैं कि प्रकृति से हमारा संबंध बना हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभयारण्य के निर्माण के साथ-साथ उनके अगल-बगल रहनेवाले लोगों को भी जंगल उगाने का अधिकार देना चाहिए. वन एवं पर्यावरण विभाग ऐसे लोगों को एलपीजी सब्सिडी रेट पर उपलब्ध कराये, ताकि वे लकड़ियों को न काटें. 225 करोड़ किया गया बजट : मुख्यमंत्री ने कहा कि वन एवं पर्यावरण विभाग के बजट को 150 करोड़ से बढ़ा कर 225 करोड़ कर दिया गया है. सरकार जरूरत के आधार पर और राशि विभाग को उपलब्ध करायेगी.
शावकों का किया नामकरण
वन एवं पर्यावरण मंत्री पीके शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री ने संजय गांधी जैविक उद्यान में दो मादा बाघ शावकों का नामकरण भवानी व देवी किया और नर बाघ शावक का नाम राजा रखा. उन्होंने कहा कि संजय गांधी जैविक उद्यान पटना ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में एक महत्वपूर्ण स्थल है. पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विजन के कारण आज बिहार में वनों का आच्छादन 13 प्रतिशत हो गया है.
वन्य प्राणियों की रक्षा का लिया संकल्प
मुख्यमंत्री ने विलुप्त हो रहे वण्य प्राणियों की रक्षा करने का संकल्प दोहराया. जैविक खाद का उपयोग करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग का निवास होता है. इसके लिए हमें पेड़ों को लगाना चाहिए एवं उसकी रक्षा करनी चाहिए. प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने स्वागत भाषण किया. धन्यवाद ज्ञापन निदेशक संजय गांधी जैविक उद्यान चंद्रशेखर शाह ने किया. मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक बीके शुक्ला, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल प्रसाद आदि मौजूद थे.