मोकामा : राहत सामग्री नहीं मिलने मंगलवार को बाढ़पीडि़तों का गुस्सा फूट पड़ा. 500 से अधिक पुरुष व महिलाओं ने घोसवरी प्रखंड और अंचल कार्यालयों पर जम कर पथराव और तोड़फोड़ की. तीन घंटे तक घोसवरी प्रखंड मुख्यालय और एनएच -80 रणक्षेत्र बना रहा. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अंचल गार्ड और घोसवरी थाने के जवानों ने हवाई फायरिंग की. दो घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाया.
घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम नैय्यर इकबाल कई थानों की अतिरिक्त पुलिस के साथ घोसवरी पहुंचे. एसडीएम की पहल पर बाढ़पीडि़तों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रशासन की वार्ता हुई और राहत सामग्री मुहैया कराने का आश्वासन दिया गया. हंगामा करनेवाले बाढ़पीडि़त कुम्हरा पंचायत के थे और अधिकतर दलित और महादलित परिवार के थे. घोसवरी के बीडीओ सुशील कुमार सिन्हा ने बताया कि बड़ी संख्या में महिलाओं-पुरुषों ने अचानक प्रखंड मुख्यालय को घेर लिया.
बाढ़पीडि़तों से बात चल ही रही थी कि अचानक पथराव शुरू हो गया. बीडीओ ने पथराव रोकने की बार-बार अपील की, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. जब प्रखंड मुख्यालय पर पथराव जारी रहा, तो बीडीओ-सीओ जान बचा कर भाग खड़े हुए. भीड़ अंचल गार्ड के बैरक में घुस गयी और बैरक में जम कर पथराव शुरू कर दिया. यह देख अंचल गार्ड और रिजर्व गार्ड के जवानों ने हवाई फायरिंग शुरू कर दी. आठ से दस चक्र फायरिंग के बाद भीड़ तितर-बितर हो गयी. इसके बाद जवानों ने लाठीचार्ज कर बाढ़पीडि़तों को खदेड़ दिया.
भीड़ को काबू करने के बाद एसडीएम नैय्यर इकबाल ने राहत वितरण शुरू करने का आश्वासन दिया. बाढ़पीडि़तों के पथराव में चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गये, वहीं पुलिस लाठीचार्ज में आठ महिलाओं को चोटें लगी हैं. काफी मशक्कत के बाद मोकामा के इंस्पेक्टर राजेश्वर प्रसाद, घोसवरी के थानाप्रभारी मुकेश शर्मा, हथिदह के थानाप्रभारी सतीश कुमार और मरांची के थानाप्रभारी विनय कुमार ने स्थिति पर नियंत्रण पाया.
अंचल गार्ड जवानों ने बताया कि बार-बार मना करने के बावजूद उत्तेजित भीड़ बैरक में घुस गयी. तोड़फोड़ के बाद भीड़ में शामिल उपद्रवी तत्व जवानों से हथियार की झीना- झपटी करने लगे. कई जवानों को पकड़ कर पत्थर से पीटा जाने लगा, जिस कारण जवानों ने जवाबी कार्रवाई की.
* मुखिया व सीओ से नाराजगी
बाढ़पीडि़तों की नाराजगी कुम्हरा पंचायत के मुखिया और सीओ के प्रति थी, क्योंकि बार-बार नाव और राहत सामग्री मांगे जाने के बाद भी उनलोगों ने चुप्पी साध रखी थी. बाढ़ के एएसपी मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि भीड़ को कुछ स्वार्थी तत्व लगातार उकसा रहे थे. हालत काबू में है. अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी गयी है.