छपरा : यूपीए सरकार ने नेशनल हाइवे के विकास पर जोर दिया था. वर्तमान भाजपा सरकार नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क (एनओएफएन) के विस्तार व विकास पर जोर दे रही है. देश में 60 हजार करोड़ की लागत से शुरू की गयी इस योजना को पूरा करने में सारण ने अब तक पहला स्थान हासिल किया है.
बीएसएनएल द्वारा सारण में कराये जा रहे इस कार्य में उसे देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है. सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर कराये जा रहे कार्य की मॉनीटरिंग खुद पीएम नरेंद्र मोदी हर सप्ताह कर रहे हैं. वहीं, मंत्रालय द्वारा कार्य की प्रगति की ऑन लाइन समीक्षा की जा रही है.
क्या है योजना : एनओएफएन से सारण प्रमंडल के सभी प्रखंडों की सभी पंचायतों को ब्रॉड बैंड नेटवर्क से जोड़ने के लिए ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाया जा रहा है, जिससे हर गांव को ब्रॉड बैंड से जोड़ा जा सकेगा. गांवों में भी लोगों को इंटरनेट से जुड़ी सुविधा व सेवाएं उपलब्ध करायी जा सकेंगी.
क्या है स्थिति : प्रथम चरण में सारण प्रमंडल के 54 में से 14 प्रखंडों को लिया गया है, इन प्रखंडों में छह करोड़ रुपये की लागत से 622 किमी ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाया जा रहा है. जनवरी में देश के मात्र दो राज्यों के दो जिलों बिहार के सारण और केरल के एर्नाकुलम में ही यह कार्य शुरू हुआ.
24 पंचायतों को नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. सारण में कुल पंचायतों की संख्या 854 है. करीब 20 करोड़ की लागत से 2384 किमी ऑप्टिकल फाइबर केबल लगाना है.