पटना: बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए राज्य के 91667 आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पोषाहार के साथ सप्ताह में दो दिन उबला हुआ अंडा मिलेगा. इससे एक करोड़ बच्चों को कुपोषण से बचाव का लाभ मिलेगा.
राज्य में बच्चों की आबादी लगभग दो करोड़ है. जानकारी समाज कल्याण मंत्री लेसी सिंह ने दी. उइसे 15 अगस्त से शुरू कर दिया जायेगा.
जो बच्चे अंडा नहीं खाना चाहेंगे, वैसे बच्चों को सोयाबीन की बड़ी मिलेगी. छह माह से तीन साल के बच्चों में संपूर्ण विकास होता है. इस दौरान यदि पूरा पोषाहार नहीं मिला,तो उसका संपूर्ण विकास नहीं होगा. सरकार मानव विकास मिशन के निर्णय के आधार पर राज्य में बच्चों के विकास की मॉनीटरिंग करेगी. केंद्रों पर बच्चों के वजन माप के लिए मशीन, शुद्ध पानी के लिए वाटर फिल्टर, मां का दूध देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन के लिए पूर्व की व्यवस्था को भंग कर अब इसके लिए संचालन के लिए आंगनबाड़ी विकास समिति का गठन होगा. इसके अध्यक्ष वार्ड सदस्य होंगे.
गांव स्तर पर पेंशन वितरण शिविर : मंत्री ने कहा कि विभिन्न श्रेणी के पेंशन लाभार्थियों का भुगतान लंबित है. इसका भुगतान गांव में शिविर लगा कर किया जायेगा. इसके लिए एक से 15 अगस्त तक पखवारा का आयोजन होगा. राज्य में छह प्रकार के पेंशन का भुगतान होता है. 60 लाख पेंशन लाभार्थियों के बीच लगभग 88 करोड़ रुपये का वितरण होगा. मौके पर विभागीय प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा भी उपस्थित थे.