बाढ़ व सुखाड़ से बचाव की तैयारी की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा
पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि रोहतास, अरवल और बक्सर मेंसुखाड़ की स्थिति है. साथ ही जिन 12-13 जिलों में कम बारिश हुई है वैसे जिलों में अधिकारियों को नजर रखने का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे जिलों के किसानों को बिजली की आपूर्ति, डीजल सब्सिडी, पशुओं के लिए चारे का इंतजाम सहित अन्य उपाय करने का निर्देश दिया गया है. राज्य में बाढ़ और सुखाड़ से लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने देंगे.
उन्होंने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य में बाढ़ से बचाव और सुखाड़ की स्थिति की समीक्षा की गयी है. बाढ़ से बचाव के लिए जिलों को अग्रिम धन का आवंटन कर दिया गया है.
सीएम मुख्य सचिवालय में
बाढ़ और सुखाड़ को लेकर सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग लगभग सवा छह घंटे तक चली. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से सभी जिलाधिकारियों से वर्षापात और धान व मक्के की रोपनी की जानकारी ली.
किस विभाग की कैसी तैयारी
लघु जल संसाधन :-
– विभाग की 10240 नलकूप में सिर्फ 3186 नलकूप कार्यरत
– अगले 45 दिनों में 456 नलकूपों को चालू करने का लक्ष्य
– 2740 नलकूपों के विद्युतीकरण का लक्ष्य
– 350 नलकूपों को विद्युतीकरण के लिए पावर होल्डिंग कंपनी को 92 करोड़ रुपये आवंटित
– सभी जिलों को तीन-चार मोटर स्पेयर रखे गये हैं.
बिजली विभाग :-
– ग्रामीण क्षेत्रों में आठ से दस घंटे बिजली सप्लाइ का निर्देश
– नलकूप प्रमंडलों को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश
– चिह्न्ति जिलों में अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर रखने का निर्देश
– लघु जल संसाधन और पीएचइडी को समन्वय में काम करने का निर्देश
– सुखाड़ प्रभावित क्षेत्रों में पदस्थापित अभियंताओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कंपनियों को निर्देश
जल संसाधन विभाग :-
– नहरों से सिंचाई के लिए तातिल प्रणाली लागू कर सभी नहरों में पानी उपलब्ध कराना.
– सभी नहरों में अंतिम छोड़ तक पानी पहुंचाना
– सोन नहर प्रणाली में आवश्यकता के अनुसार वाण सागर से पांच हजार क्यूसेक पानी उपलब्ध कराने की मांग
पीएचइडी की तैयारी :-
– प्रत्येक प्रखंड के पांच चापाकलों के भू जल की साप्ताहिक मापी
– चापाकलों की मरम्मत की मॉनिटरिंग जिला स्तर पर
– चापाकलों की मरम्मत के लिए सभी जिलों में मोबाइल गैंग की व्यवस्था
– टैंकर्स से पानी उपलब्ध कराने की कार्ययोजना तैयार
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग
– 27 जिलों में 1087 पशु राहत शिविर चिह्न्तित्नपशु राहत शिविर के लिए पदाधिकारी प्रतिनियुक्त
पशु दवा के लिए 42 लाख 83 हजार रुपये का आवंटन