पटना: राज्य कैबिनेट की बैठक में गुरुवार को पांच मंत्री अनुपस्थित रहे. इसके कारण कुल नौ मंत्रियों की मौजूदगी में कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक शुरू होने के पहले तीन वरिष्ठ मंत्रियों-पंचायती राज व ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र और भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रमई राम का आपस में वाक्युद्ध हुआ. हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर डॉ भीम सिंह ने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई.
लोकसभा चुनाव के परिणाम के एक दिन पहले मुख्यमंत्री आवास 1, अणो मार्ग पर हुई कैबिनेट की बैठक में ग्रामीण सड़कों के निर्माण को लेकर मंत्री रमई राम और नीतीश मिश्र ने चर्चा छेड़ी. जानकारी के मुताबिक, दोनों मंत्रियों की टिप्पणी पर ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह गरम हो गये. उन्होंने रमई राम और नीतीश मिश्र की बातों का जोरदार खंडन किया. इस दौरान कुछ व्यक्तिगत बातें भी कही गयीं. हालांकि , मंत्रियों के वाक्युद्ध के समय तक मुख्यमंत्री बैठक में नहीं पहुंचे थे. मुख्यमंत्री के आते ही सब चुप हुए और बैठक शुरू हो गयी.
बाद में रमई राम ने कहा कि नीतीश मिश्र और डॉ भीम सिंह के बीच वाक्युद्ध हो रहा था, हमने दोनों को शांत कराया. उधर, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र ने कहा, मंत्रियों के बीच आपसी बातचीत हो रही थी. विवाद का कोई मसला नहीं था. जबकि डॉ भीम सिंह ऐसी किसी घटना से सीधा इनकार किया. कैबिनेट की इस महत्वपूर्ण बैठक में जो पांच मंत्री नहीं आये, उनमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, उद्योग मंत्री लेसी सिंह और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री शाहिद अली खान शामिल हैं.
क्यों नहीं आये पांच मंत्री
नरेंद्र सिंह (कृषि मंत्री ) : आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, आंख की बीमारी के इलाज के लिए दिल्ली में हैं. इस कारण वह कैबिनेट की बैठक में उपस्थित नहीं हो पाये.
विजेंद्र प्रसाद यादव (ऊर्जा मंत्री) : जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि नजदीकी रिश्तेदार के निधन के कारण उनका सुपौल में रहना जरूरी है, इसलिए वह उपस्थित नहीं हो सके.
शाहिद अली खान (अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री) : शिवहर लोकसभा सीट से खुद प्रत्याशी हैं. इस कारण शुक्रवार को उनका मतगणना में रहना जरूरी है. इस कारण वह बैठक में नहीं आये.
लेसी सिंह (उद्योग मंत्री) : पूर्णिया लोकसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी संतोष कुशवाहा के सपोर्ट में मौजूद रहने के कारण वह पटना नहीं पहुंच पायीं.
नरेंद्र नारायण यादव (विधि मंत्री): नरेंद्र नारायण यादव के मधेपुरा लोकसभा सीट पर पार्टी अध्यक्ष शरद यादव का चुनाव प्रभारी होने के कारणों से अनुपस्थित होने की बात कही गयी है.