औरंगाबाद (नगर) : जिला पर्षद (जिप) अध्यक्ष रंजू देवी व उपाध्यक्ष विमला देवी के विरुद्ध लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को समाहरणालय के सभा कक्ष में दोपहर एक बजे बैठक बुलायी गयी है.
बैठक में सबसे पहले लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी. यदि बात नहीं बनी, तो मत का विभाजन किया जायेगा. बैठक को लेकर राजनीतिक सरगरमी काफी तेज हो चुकी है. लोग एक–दूसरे को अपने पक्ष में करने में लगे हुए हैं. बैठक के दौरान किसी प्रकार की कोई घटना नहीं घट सके.
इसके लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है. जिला पंचायती राज पदाधिकारी जयशंकर प्रसाद ने बताया कि सभी जिला पार्षदों को निर्देश दिया गया है कि बैठक के दौरान मोबाइल फोन लेकर सभा कक्ष में नहीं प्रवेश करेंगे.
विधि व्यवस्था की जिम्मेवारी अनुमंडल पदाधिकारी व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को सौंपी गयी है. साथ ही वीडियो कैमरा भी लगाये गये है. बताते चले कि अविश्वास प्रस्ताव पर मंजरी सिंह, जुली सिन्हा, मनोरमा देवी, नंदलाल सिंह, अजय पासवान, शैलेंद्र चौधरी, राजीव कुमार बबलू, दिनेश कुमार सिंह, राम कृष्ण कुमार, अरविंद कुमार, ओम प्रकाश सिंह, प्रफुल्ल सिंह, सुधा देवी, उर्मिला देवी, शीला देवी, शशि देवी ने हस्ताक्षर किया था. अविश्वास प्रस्ताव गुट का नेतृत्व कर रही जिला पार्षद मंजरी सिंह ने दावा किया है कि उनके साथ कुल 21 जिला पार्षद है.
इधर, उपाध्यक्ष विमला देवी का कहना है कि हमलोगों के पास पूर्ण बहुमत है. वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी. इन्होंने यह भी दावा किया है कि जिनके द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है वह बैठक में भाग नहीं ले पायेंगे, क्योंकि उनके पास बहुमत नहीं है.