ज्यूरिख : फीफा अध्यक्ष पद से सेप ब्लाटर के अचानक इस्तीफे के बावजूद विश्व फुटबॉल की शीर्ष ईकाई के ईद गिर्द मंडराता तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा और अब उसके छींटे ब्लाटर के दामन पर भी पड़ने की आशंका है. फेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) अब विश्व फुटबॉल को झकझोर देने वाले करोडों […]
ज्यूरिख : फीफा अध्यक्ष पद से सेप ब्लाटर के अचानक इस्तीफे के बावजूद विश्व फुटबॉल की शीर्ष ईकाई के ईद गिर्द मंडराता तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा और अब उसके छींटे ब्लाटर के दामन पर भी पड़ने की आशंका है. फेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) अब विश्व फुटबॉल को झकझोर देने वाले करोडों डॉलर के रिश्वतखोरी स्कैंडल में ब्लाटर की भूमिका की जांच करेगा. इस बीच इंटरपोल ने छह संदिग्धों को मोस्ट वांटेड सूची में डाला है जिसमें फीफा के दो पूर्व कार्यकारी सदस्य शामिल हैं.
स्विटजरलैंड के 79 वर्षीय खेल प्रशासक ब्लाटर ने कल फीफा अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान करके सभी को चौंका दिया था. उनके इस्तीफे से अब दुनिया के सबसे अमीर और ताकतवर खेल महासंघ की कमान संभालने वाले भावी अध्यक्ष को लेकर अटकलें लग रही है.
दक्षिण कोरिया के चुंग मोंग जून, ब्लाटर से चुनाव हारने वाले शहजादे अली बिन अल हुसैन और ब्राजील के महान फुटबालर जिको ने कहा कि वे दौड में शामिल हो सकते हैं. लोगों की नजरें युएफा अध्यक्ष माइकल प्लातिनी पर लगी हैं जिन्होंने अभी अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया है. प्लातिनी ने हालांकि फीफा संकट पर बातचीत के लिये शनिवार को बुलाई गई यूरोपीय परिसंघ की बैठक रद्द कर दी.
सत्रह साल से फीफा की सत्ता संभाल रहे ब्लाटर ने शुक्रवार को पांचवीं बार अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, मुझे फीफा के सदस्यों से जनादेश मिला है लेकिन मुझे नहीं लगता कि समूचा फुटबॉल जगत मेरे फिर अध्यक्ष बनने से खुश है. इसमें फुटबालप्रेमी, खिलाड़ी, क्लब और फुटबाल को सब कुछ मानने वाले लोग शामिल हैं.
अमेरिकी अधिकारियों ने 14 फुटबाल अधिकारियों और खेल कंपनियों के कार्यकारियों पर 15 करोड़ डालर की रिश्वतखोरी के आरोप लगाये हैं. अमेरिकी अटार्नी जनरल लोरेटा लिंच ने इस रिपोर्ट पर टिप्पणी से इनकार कर दिया कि ब्लाटर एफबीआई के निशाने पर है.