नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक के भारत दौरे के कुछ दिन बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अंदर के मतभेद सामने आ गए जब राष्ट्रीय खेल महासंघ के प्रमुख ने अध्यक्ष एन रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया.
हॉकी इंडिया के प्रमुख नरिंदर बत्रा ने आईओए को पत्र लिखकर जल्द से जल्द आम सभा की विशेष बैठक बुलाने की मांग की जिससे कि रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हो सके. बत्रा ने पत्र में लिखा, आईओए संविधान के नियम आठ (एक) और (दो) के अनुसार हम हाकी इंडिया आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करते हैं क्योंकि हम उनकी कार्यशैली के पूरी तरह से खिलाफ हैं और इसके साथ ही हमें लगता है कि वह आईओए को कमजोर करने और खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं.
उन्होंने आईओए अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा, हम आपसे आग्रह करते हैं कि अध्यक्ष एन रामचंद्रन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए जल्द से जल्द आईओए की आम सभा की विशेष बैठक बुलाई जाए. बत्रा ने कहा कि अगर आम सभा की विशेष बैठक एक महीने के भीतर नहीं बुलाई गई तो वह आगे की कार्रवाई करेंगे.
बत्रा ने कहा, आईओए संविधान के तहत कोई भी राष्ट्रीय महासंघ आम सभा की विशेष बैठक की मांग कर सकता है और अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है. आईओए आम सभा में मेरे पास 66 प्रतिशत समर्थन है. आईओए संविधान के अनुसार अध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष और कार्यकारी परिषद के किसी भी सदस्य के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरुरत पडती है. इसके लिए मताधिकार की पात्र आईओए आम सभा में से तीन चौथाई की मौजूदगी जरुरी है. आईओए की आम सभा में कुल 183 वोट हैं. प्रत्येक राष्ट्रीय खेल महासंघ को तीन और राज्य ओलंपिक इकाई को दो वोट मिलते हैं.