इपोह: न्यूजीलैंड ने विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराकर दूसरी बार सुल्तान अजलान शाह कप हाकी खिताब जीत लिया. न्यूजीलैंड की जीत के नायक गोलकीपर डेवोन मैनचेस्टर रहे. निर्धारित 60 मिनट के भीतर दोनों टीमों का स्कोर 2.2 था. न्यूजीलैंड के लिये दोनों गोल एंडी हैवर्ड ( पांचवां मिनट, 58वां) ने […]
इपोह: न्यूजीलैंड ने विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराकर दूसरी बार सुल्तान अजलान शाह कप हाकी खिताब जीत लिया. न्यूजीलैंड की जीत के नायक गोलकीपर डेवोन मैनचेस्टर रहे. निर्धारित 60 मिनट के भीतर दोनों टीमों का स्कोर 2.2 था. न्यूजीलैंड के लिये दोनों गोल एंडी हैवर्ड ( पांचवां मिनट, 58वां) ने दागे जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिये गोल जैकब वेटन ( 50वां )और निकोलस बजोन ( 60वां ) ने किये.
भारत ने दक्षिण कोरिया को शूटआउट में हराकर अजलन शाह में तीसरा स्थान हासिल किया. इपोह, मलेशिया: भारत ने आज यहां निर्धारित समय में स्कोर 2-2 से बराबर रहने के बाद पेनाल्टी शूटआउट में दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर 24वें सुलतान अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया.
अंतर तस्मानिया प्रतिद्वंद्वियों के बीच यह मुकाबला काफी रोमांचक रहा. न्यूजीलैंड ने मैच लगभग जीत ही लिया था जब हूटर से दो मिनट पहले हैवर्ड ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला. ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि हार नहीं मानी और बजोन ने आखिरी मिनट पर गोल करके मैच को पेनल्टी शूटआउट तक खिंचा. शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया के लिये सिर्फ वेटोन ने गोल किया जबकि न्यूजीलैंड के लिये डेनियल बीएले, एडी ओकेंडेन और आरान जेलवस्की ने गोल दागे. न्यूजीलैंड ने इससे पहले 2012 में खिताब जीता था. इस हार के साथ ही ऑस्ट्रेलिया का खिताब की हैट्रिक का सपना भी टूट गया. पिछली दो बार ऑस्ट्रेलिया ने ही यहां खिताब जीता था.
भारतीय कोच ने कहा, हमने अजलान शाह कप में सबक सीख लिया है
भारतीय हाकी टीम के डच कोच पाल वान ऐस ने कहा कि उन्होंने अजलान शाह कप हाकी में अपने लक्ष्य को हासिल करके ‘छह खूबसूरत सबक’ सीख लिये हैं.भारतीय टीम के साथ यह उनका पहला टूर्नामेंट था और टीम तीसरे स्थान पर रही. वान ऐस ने कहा कि अजलान शाह कप टीम के बारे में जानने का सुनहरा मौका था और पिछले एक सप्ताह में लडकों ने काफी कुछ सीखा है.
वान ऐस ने कहा ,‘‘ मेरा लक्ष्य सरल था कि रोज सबक लेना है. इस टूर्नामेंट में हमने छह खूबसूरत सबक लिये.’’ उन्होंने कहा ,‘‘ पहले दिन से मैं कह रहा था कि हमें अपने सबक लेने है और जो कुछ भी होता है, उसे होने दो. यह हाई परफार्मेंस खेल है. मैने कुछ खिलाडियों की पोजिशन भी बदली लिहाजा हमने काफी कुछ सीखा.’’ उन्होंने कहा ,‘‘पहला सबक हमने यह लिया कि टूर्नामेंट में हमें शुरुआत में ही बाहर नहीं होना है और सिर्फ औपचारिकता के लिये नहीं खेलना है. दूसरा सबक यह था कि डिफेंस को दबाव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा और कुछ हद तक हम इसमें कामयाब रहे.’’