चेन्नई : लोकेश राहुल मात्र एक रन से अपने पहले दोहरे शतक से चूक गए लेकिन उनकी 199 रन की पारी और दो शतकीय साझेदारियों से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में चार विकेट पर 391 रन बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा.
राहुल ने लेग स्पिनर आदिल राशिद (एक विकेट पर 76 रन) की गेंद पर खराब शाट खेलकर विकेट गंवाने से पहले 311 गेंद की अपनी शानदार पारी के दौरान 16 चौके और तीन छक्के मारे. उन्होंने पार्थिव पटेल (71) के साथ पहले विकेट के लिए 152 रन जोड़कर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई और फिर करुण नायर (नाबाद 71) के साथ चौथे विकेट के लिए 161 रन जोड़कर मेजबान टीम को मुश्किल से उबारा.
दिन का खेल खत्म होने पर मुरली विजय 17 रन बनाकर नायर का साथ निभा रहे थे जिन्होंने जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए अपने करियर का पहला अर्धशतक जड़ा. भारत अब भी इंग्लैंड के पहली पारी के 477 रन के स्कोर से 86 रन पीछे है जबकि उसके छह विकेट शेष हैं.
इससे पहले राहुल 199 रन के स्कोर पर आउट होने वाले भारत के दूसरे और दुनिया के आठवें बल्लेबाज बने. पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन श्रीलंका के खिलाफ दिसंबर 1985 में कानपुर में इसी स्कोर पर आउट हुए थे. श्रीलंका के कुमार संगकारा और जिंबाब्वे के एंडी फ्लावर 199 रन पर नाबाद लौट चुके हैं. भारत ने आज 331 रन जोड़े जबकि इस दौरान पहले सत्र में पार्थिव, दूसरे सत्र में चेतेश्वर पुजारा (16) और कप्तान विराट कोहली (15) और फिर तीसरे सत्र में राहुल के रुप में चार विकेट गंवाए.
भारत ने दिन की शुरुआत बिना विकेट खोए 60 रन से की और राहुल और पार्थिव के बीच पहले विकेट की 152 रन की साझेदारी की मदद से सुबह के सत्र में अधिकांश समय दबदबा बनाए रखा. राहुल ने सुबह अपने इरादे जाहिर करते हुए स्पिनर लियाम डासन पर लांग आफ और लांग आन पर छक्के जड़े. बेंगलुरु के इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने स्टुअर्ट ब्राड के ओवर में दो रन के साथ 96 गेंद में श्रृंखला का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया जो भारतीय सरजमीं पर उनका पहला अर्धशतक है.
राहुल ने आफ स्पिनर मोईन अली (96 रन पर एक विकेट) पर दो रन के साथ 30वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. पार्थिव ने जैक बाल पर चौका और फिर एक रन के साथ 84 गेंद में श्रृंखला का अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया.
पारी के 42वें ओवर में पार्थिव ने मोईन की गेंद को मिडविकेट के उपर से चार रन के लिए भेजा लेकिन एक गेंद बाद इसी शाट को दोहराने की कोशिश में कवर में जोस बटलर को कैच दे बैठे. उन्होंने 112 गेंद की अपनी पारी के दौरान सात चौके जड़े. लंच के बाद एलिस्टेयर कुक ने गेंद बेन स्टोक्स (37 रन पर एक विकेट) को थमाई जिन्होंने सत्र के तीसरे ओवर में ही पुजारा को स्लिप में कप्तान के हाथों कैच करा दिया.
राहुल ने स्टोक्स के अगले ओवर में तीन रन के साथ 171 गेंद में चौथे शतक पूरा किया. कप्तान कोहली हालांकि ज्यादा देर राहुल का साथ नहीं निभा पाए और 29 गेंद में एक चौके की मदद से 15 रन बनाने के बाद स्टुअर्ट ब्राड (46 रन पर एक विकेट) की गेंद पर एक्सट्रा कवर पर कीटन जेनिंग्स को कैच दे बैठे जिससे भारत का स्कोर तीन विकेट पर 211 रन हो गया. श्रृंखला में अब तक नाकाम रहे नायर को शुरुआत में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन राहुल के साथ मिलकर चाय तक उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों को और सफलता हासिल नहीं करने दी.
चाय के बाद पहले 10 ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों को कोई परेशानी नहीं हुई. राहुल ने इस बीच जो रुट पर मिडविकेट पर चौके के साथ 253 गेंद में 150 रन पूरे किए. इंग्लैंड ने 85वें ओवर में दूसरी नयी गेंद ली. जैक बाल के नयी गेंद से दूसरे ओवर में ही नायर भाग्यशाली रहे जब आफ साइड से बाहर जाती गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया लेकिन कुक पहली स्लिप में कैच लपकने में नाकाम रहे और गेंद चार रन के लिए चली गई. नायर इस समय 34 रन बनाकर खेल रहे थे.
नायर ने इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए जैक बाल पर सीधे चौके के साथ 98 गेंद में अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया. नायर हालांकि 57 रन के निजी स्कोर पर भी भाग्यशाली रहे जब डासन की गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया लेकिन पहली स्लिप में खड़े स्टोक्स तक नहीं पहुंची. राहुल ने इस बीच अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा. उन्होंने मोईन की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जडकर अपना स्कोर 190 रन के पार पहुंचाया.
राहुल राशिद पर फाइन लेग पर चौका जड़कर 199 रन पर पहुंचे लेकिन इस लेग स्पिनर की बेहद बाहर जाती अगली ही गेंद पर करारा प्रहार करने की कोशिश में गेंद को हवा में लहरा गए और कवर प्वाइंट पर बटलर ने आसान कैच लपकर उनकी पारी का अंत किया.
क्षेत्ररक्षण के दौरान कंधे में चोट लगने के कारण पारी की शुरुआत नहीं करने वाले विजय इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे और उन्होंने नायर के साथ मिलकर भारत को और झटके नहीं लगने दिए. दोनों अब तक 19 रन जोड़ चुके हैं. विजय पर चोट का कोई असर नहीं दिखा और उन्होंने 31 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे हैं. नायर ने अब तक 136 गेंद का सामना करते हुए छह चौके जड़े हैं.