रांची : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मध्यम गति की गेंदबाज शुभलक्ष्मी शर्मा का मानना है कि राज्य में क्रिकेट अकादमियों की कमी है और इसका सबसे ज्यादा नुकसान यहां की महिला क्रिकेटरों को होता है. शनिवार को शुभलक्ष्मी प्रभात खबर के रांची कार्यालय पहुंची और उन्होंने महिला क्रिकेट से संबंधित कई बातें शेयर की. उन्होंने कहा कि राज्य में जमीनी स्तर पर महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने की जरूरत है. अभी महिलाओं के लिए यहां सिर्फ अंडर-19 व सीनियर क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित होते हैं. यदि अंडर-13 व 16 क्रिकेट भी शुरू हो जायें, तो ज्यादा से ज्यादा क्रिकेटरों को आगे आने का मौका मिलेगा.
उन्होंने कहा कि राज्य में क्रिकेट अकादमियों की कमी है. यदि यहां अकादमी खुलेगी, तो महिला क्रिकेटरों को आगे आने का अच्छा मौका मिलेगा. फिलहाल सुविधाओं के अभाव में उन्हें पुरुष क्रिकेटरों के साथ अभ्यास करना पड़ता है. हालांकि इसमें भी उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलता है. क्या महिलाओं के लिए भी इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) जैसी लीग होनी चाहिए? इस पर शुभलक्ष्मी ने कहा : बिल्कुल. इससे खिलाड़ी को बढ़िया मंच और पहचान मिलती है. साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटरों के साथ खेलने का मौका. इससे उन सितारों के अनुभव का लाभ भी मिलता है. शुभलक्ष्मी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटर सबसे फिट हैं, लेकिन योग्यता के मामले में भारतीय महिलाएं उनसे आगे हैं. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एक साथ अभ्यास करती हैं, हमारे साथ ऐसा नहीं है.
मिताली व झूलन की फैन है शुभलक्ष्मी
शुभलक्ष्मी शर्मा भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज और तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी की प्रशंसक है. उन्होंने कहा कि टीम में इन दोनों के अनुभव से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है. दोनों शानदार खिलाड़ी हैं. भविष्य की योजनाओं के बारे में शुभलक्ष्मी ने कहा कि फलहाल वह अगले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ होनेवाली घरेलू सीरीज की तैयारियों में जुटी है. इस सीरीज में पांच एकदिवसीय और तीन ट्वेंटी-20 मुकाबले होने हैं. इससे पहले चैलेंजर मैचे खेले जायेंगे, जिसमें प्रदर्शन के आधार पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम का चयन किया जायेगा. युवा क्रिकेटरों से शुभलक्ष्मी ने कहा कि परिणाम की चिंता किये बगैर पूरी लगन और मेहनत से खेलो, सफलता आपके कदम चूमेगी.