सिडनी : बेहतरीन फार्म में चल रहे कप्तान स्टीवन स्मिथ के श्रृंखला के चौथे शतक की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी सात विकेट पर 572 रन बनाकर घोषित करके भारत के खिलाफ दूसरे दिन चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट पर शिकंजा कस लिया है.
स्मिथ ने अपने करियर का आठवां शतक जडते हुए 117 रन की पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. इसके अलावा शेन वाटसन (81), शान मार्श (73) और जो बर्न्स (58) ने भी उम्दा पारियां खेली. भारतीय टीम के लिए यह एक और निराशाजनक दिन रहा.
भारत ने इसके जवाब में सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (00) का विकेट गंवाने के बाद दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 71 रन बनाए. रोहित शर्मा 40 जबकि लोकेश राहुल 31 रन बनाकर खेल रहे हैं. भारत अब भी 501 रन से पीछे चल रहा है.
पारी की तीसरी ही गेंद पर विजय का विकेट गंवाने के बाद रोहित और राहुल ने सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की और दिन का खेल खत्म होने तक भारत को और झटके नहीं लगने दिए. विजय को मिशेल स्टार्क ने विकेटकीपर ब्रेड हैडिन के हाथों कैच कराया. रोहित ने हालांकि बीच बीच में आक्रामक तेवर भी दिखाए. उन्होंने स्पिनर नाथन लियोन पर दो छक्के मारे और राहुल के साथ मिलकर 19वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया. भारत को अब कल इस जोडी से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
ऑस्ट्रेलिया ने आज दिन की शुरुआत दो विकेट पर 348 रन से की और स्मिथ और वाटसन (81) के बीच तीसरे विकेट की 196 जबकि मार्श और बर्न्स ने पांचवें विकेट की 114 रन की साझेदारी की मदद से दबदबा बनाए रखा. भारत की ओर से मोहम्मद शमी ने 112 रन देकर पांच विकेट चटकाए लेकिन अन्य गेंदबाज आज भी जूझते रहे.
सुबह के सत्र में भारत के गेंदबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया जिससे 30 ओवर में ऑस्ट्रेलियाई टीम 72 रन ही जोड पाई लेकिन मेजबान टीम ने दूसरे सत्र में 29 ओवर में 118 रन जोडे. सुबह के सत्र में ऑस्ट्रेलिया ने दो जबकि दूसरे सत्र में एक विकेट गंवाया.
भारत ने सुबह सही लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी की लेकिन स्मिथ को आठवां टेस्ट शतक जडने से नहीं रोक पाए. यह बल्लेबाज बाद में पारी के 114वें ओवर में उमेश यादव (137 रन पर एक विकेट) की बाहर जाती गेंद से छेडछाड की कोशिश में विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को आसान कैच दे बैठा. उन्होंने 208 गेंद की अपनी पारी में 15 चौके मारे.
इससे पहले वाटसन आज आउट होने वाले पहले बल्लेबाज रहे। वह अपने कल के स्कोर में 20 ही रन जोड पाए. उन्होंने शमी की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में डीप मिडविकेट पर रविचंद्रन अश्विन को कैच थमाया. वाटसन ने 183 गेंद का सामना करते हुए सात चौके मारे.
भारत के पास इसके बाद मार्श को भी सस्ते में पवेलियन भेजने का मौका था लेकिन अश्विन की गेंद पर गली में विजय ने कैच टपका दिया. इस समय मार्श 14 रन बनाकर खेल रहे थे. मार्श ने इसके बाद बर्न्स के साथ मिलकर भारतीय गेंदबाजों को सबक दिखाया. ऑस्ट्रेलिया ने पारी के 127वें ओवर में 450 रन के आंकडे को छुआ जबकि मार्श ने 137वें ओवर में 87 गेंद में अपना लगातार दूसरा और कुल तीसरा अर्धशतक पूरा किया.
ऑस्ट्रेलिया के 500 रन 143वें ओवर में पूरे हुए और एक ओवर बाद मार्श और बर्न्स के बीच शतकीय साझेदारी भी पूरी हुई. बर्न्स ने 146वें ओवर में 94 गेंद पर अपना पहला टेस्ट अर्धशतक जडा. टीम को हालांकि उस समय कुछ राहत मिली जब चाय के विश्राम से पहले मार्श ने शमी की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाया.
अंतिम सत्र के दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर ही शमी ने बर्न्स को भी पवेलियन भेज दिया. बर्न्स ने मिड आन पर राहुल को कैच थमाया. उन्होंने 114 गेंद का सामना करते हुए 10 चौके जडे. रेयान हैरिस ने इसके बाद ताबडतोड बल्लेबाजी करते हुए नौ गेंद में पांच चौकों की मदद से 25 रन बनाए. उन्होंने भुवनेश्वर कुमार के ओवर में चार चौके जडे लेकिन शमी ने उन्हें अपना पांचवां शिकार बनाया जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने पारी घोषित करने का फैसला किया. ब्रेड हैडिन नौ रन बनाकर नाबाद रहे.
भारत की ओर से अश्विन और यादव को एक-एक विकेट मिला जबकि भुवनेश्वर एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए. इन तीनों ने क्रमश: 142, 137 और 122 रन लुटाए. सुरेश रैना को भी कोई विकेट नहीं मिला जबकि उन्होंने 53 रन खर्च किए. इससे पहले सुबह स्मिथ ने 168 गेंद में अपना आठवां शतक पूरा किया और आसमान की ओर बल्ला उठाकर दिवंगत फिलिप ह्यूज को श्रद्धांजलि दी.
इस शतक के साथ ऑस्ट्रेलिया के इस युवा कप्तान ने चार मैचों की श्रृंखला में लगातार चार शतक के दक्षिण अफ्रीका के जाक कैलिस के रिकार्ड की बराबरी की. उन्होंने डान ब्रैडमैन के एक श्रृंखला में चार शतक के रिकार्ड की बराबरी भी की जो उन्होंने पांच मैचों की श्रृंखला के दौरान बनाया था.
स्मिथ साथ ही चार टेस्ट की श्रृंखला में सर्वाधिक रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई खिलाडियों की सूची में दूसरे स्थान पर भी पहुंच गए. वह रिकी पोंटिंग के 2003-04 में भारत के खिलाफ बनाए 706 रन के आंकडे से सिर्फ नौ रन पीछे हैं.