केपटाउन : भुवनेश्वर कुमार की अगुवाई में भारतीय तेज गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के हमलावर तेवरों के बावजूद नियमित अंतराल में विकेट लेकर पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन शुक्रवार को मेजबान टीम काे 286 रनों पर पवेलियन का रास्ता दिखाया. हालांकि, भारतीय टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और पहलेदिन खेल की समाप्ति तक भारतीय टीम अपनी पहली पारी में तीन विकेट के नुकसान पर सिर्फ28 रन ही बना सकी. आउट होनेवाले बल्लेबाजों में शिखर धवन और मुरली विजयकेअलावा कप्तानविराट कोहली का विकेट शामिल है. जहां मुरली को फिलैंडर ने आउट किया,वहीं शिखर को डेल स्टेन ने पवेलियन का रास्ता दिखाया, जबकि कोहली को माेर्केल ने आउट किया.
इससे पहले भुवनेश्वर (19ओवर में 87 रन देकर चार विकेट) ने दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को झकझोर कर उसके खेमे में सनसनी फैला दी थी. इससे टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे दक्षिण अफ्रीका का स्कोर पांचवें ओवर तक तीन विकेट पर 12 रन हो गया. इसके बाद डिविलियर्स (65) और कप्तान फाॅफ डुप्लेसिस (62) ने चौथे विकेट के लिए 114 रन जोड़े. अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे जसप्रीत बुमराह (19 ओवर में73 रन देकर एक विकेट) और युवा आलराउंडर हार्दिक पंड्या (12 ओवर में53 रन देकर एक विकेट) ने डिविलियर्स और डुप्लेसिस की खतरनाक जोड़ी को पवेलियन भेजा. खतरनाक दिख रहे क्विंटन डिकाॅक (43) को भुवनेश्वर ने आउट किया. मोहम्मद शमी ने वर्नोन फिलैंडर (23) को बोल्ड करके विकेट लेनेवाले गेंदबाजों में अपना नाम लिखवाया. दक्षिण अफ्रीकी टीम का स्ट्राइक रेट अच्छा था, लेकिन उसके बल्लेबाज टिक कर नहीं खेल पाये.
डिविलियर्स और डुप्लेसिस ने लंच के बाद शतकीय साझेदारी पूरी की, लेकिन यह भागीदारी टूटने के बाद फिर से भारतीय गेंदबाज हावी हो गये. दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे सत्र में 123 रन जोड़े, लेकिन इस बीच डिविलियर्स और डुप्लेसिस सहित चार विकेट गंवाये. बुमराह ने डिविलियर्स को आउट करके अपना पहला टेस्ट विकेट लिया. उनकी कोण लेती गेंद इस पूर्व कप्तान के बल्ले का अंदरुनी किनारा लेकर आॅफ स्टंप हिला गयी. इसके तीन ओवर बाद पंड्या ने डुप्लेसिस को विकेट के पीछे कैच कराया. इससे पहलीवाली गेंद पर पंड्या ने दक्षिण अफ्रीकी कप्तान को पगबाधा कर दिया था, लेकिन डीआरएस में फैसला बदल दिया गया. इस बीच डुप्लेसिस ने अपना 16वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया.
आउट होने से पहले डिविलियर्स ने प्रवाहमय बल्लेबाजी की और अपनी 84 गेंद की पारी में 11 चौके जमाये, जबकि डुप्लेसिस ने सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी की. उन्होंने 104 गेंदें खेली तथा 12 चौके लगाये. डिकाॅक और फिलैंडर ने आक्रामक अंदाज बनाये रखा और छठे विकेट के लिए 54 गेंदों पर 60 रन जोड़े. इससे दक्षिण अफ्रीका 45वें ओवर में 200 रन के पार पहुंचा. भुवनेश्वर अपने तीसरे स्पैल के लिए आये और उन्होंने तुरंत ही डिकऍक को विकेट के पीछे कैच करा दिया, जबकि शमी ने रिवर्स स्विंग पर फिलैंडर का विकेट निकाला.
भारत को जल्द ही एक और विकेट मिल जाता, लेकिन शिखर धवन ने तीसरी स्लिप में केशव महाराज का कैच छोड़ दिया. यह भुवनेश्वर का पांचवां विकेट होता. इससे पहले भुवनेश्वर ने अपने पहले तीन ओवरों में ही तीन विकेट निकालकर भारत को बेहतरीन शुरुआत दिलायी. उन्होंने मैच की तीसरी गेंद पर ही डीन एल्गर (शून्य) को विकेट के पीछे कैच कराया और अगले ओवर में एडेन मार्कराम (पांच) को अपनी तीखी इनस्विंगर पर पगबाधा आउट किया. भरोसेमंद हाशिम अमला (तीन) के पास भी भुवनेश्वर की गेंदों का कोई जवाब नहीं था. उन्होंने विकेट के पीछे कैच दिया. भुवनेश्वर का गेंदबाजी विश्लेषण तब तीन ओवर पांच रन तीन विकेट था. डिविलियर्स ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को वापसी दिलाने का बीड़ा उठाया और इसके बाद उन्होंने और डुप्लेसिस ने पहले सत्र में टीम को कोई और झटका नहीं लगने दिया. उन्होंने विशेषकर डिविलियर्स ने जवाबी हमले की रणनीति अपनायी और भुवनेश्वर के एक ओवर में चार चौकों की मदद से 17 रन बटोरे.