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वार्षिक राशिफल : जानिए आपके लिए कैसा रहेगा वर्ष 2018
जन्म कुंडली में सूर्य, चंद्र व लग्न राशि में से जो अधिक बलवान है, उसी राशि का भविष्य फल देखना चाहिए. अगर जन्मकुंडली न हो, तो जन्म नक्षत्र या जन्मराशि के नाम से बननेवाली राशि आपकी जन्म राशि होगी. अगर कुछ भी ज्ञात न हो, किंतु जन्म तारीख मालूम हो, तो इससे भी जन्म राशि […]
जन्म कुंडली में सूर्य, चंद्र व लग्न राशि में से जो अधिक बलवान है, उसी राशि का भविष्य फल देखना चाहिए. अगर जन्मकुंडली न हो, तो जन्म नक्षत्र या जन्मराशि के नाम से बननेवाली राशि आपकी जन्म राशि होगी. अगर कुछ भी ज्ञात न हो, किंतु जन्म तारीख मालूम हो, तो इससे भी जन्म राशि जान सकते हैं. वहीं नाम के प्रथम अक्षर से बननेवाली राशि से भविष्य फल जान सकते हैं.
मेष (21 मार्च से 20 अप्रैल)
शुभ रंग : उजला
शुभ अंक : 04
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायणाय नमः
जातक परिचय : राशि चक्र की प्रथम राशि मेष के स्वामी मंगल हैं. धातु संज्ञक यह राशि चर (चलित) स्वभाव की होती है. इसका प्रतीक मेढ़ा संघर्ष का परिचायक है. मेष राशिवाले आकर्षक व स्वभाव में कुछ रुखे होते हैं. ये किसी दबाव में कार्य करना पसंद नहीं करते. निर्णय लेने में जल्दबाजी करते हैं तथा जिस कार्य को हाथ में लेते हैं, उसको पूरा किये बिना पीछे नहीं हटते. दूसरों की मदद में तत्पर रहते हैं और इनकी कल्पना शक्ति प्रबल होती है.
वार्षिक फलाफल : यह वर्ष कई मायने में आपके लिए महत्वपूर्ण रहनेवाला है. आपकी जिंदगी में कई सकारात्मक बदलाव होंगे. आप जो भी कार्य हाथ में लेंगे, उसमें सफलता प्राप्त करेंगे. संयमित होकर कार्य करेंगे. आपके कुछ फैसले आपको बेहतर परिणाम देंगे, हालांकि गृहस्थी के मामलों में आपको अच्छे परिणाम ही मिलेंगे. परिवार में आपसी सामंजस्य बढ़ेगी. शांति और खुशियों की मिठास अपनों के बीच बढ़ेगी. आपके सितारों का कहना है कि काम के सिलसिले में आपको घर-परिवार से कुछ दिनों के लिए दूर भी रहना पड़ सकता है.
परिवार के साथ सुख-दुख के पल बिताने के कम ही मौके मिलेंगे.मनोरंजन और भोग-विलासिता में अच्छे-खासे पैसे खर्च होंगे. हालांकि वर्तमान की बचत आपको भविष्य में बहुत ही काम आनेवाली है. सेहत की बात करें तो शुरुआती दो महीनों में थोड़ी दिक्क़तों का सामना करना पड़ सकता है. आपकी सैलरी में वृद्धि की संभावना है.
आपकी राशि के ग्रहों का कहना है कि कार्य के सिलसिले में दूर की यात्रा करनी पड़ सकती है. अक्तूबर में सूर्य बुध एवं राहु कर्क राशि में चतुर्थ स्थान में चलायमान रहेंगे. इस कारण आर्थिक मामलों में थोड़ी सतर्कता बरतनी होगी. मेष राशि के महिला और पुरुष जातकों को अपने संबंधों को लेकर गंभीर रहना होगा. एक-दूसरे के साथ ज्यादा-से-ज्यादा वक्त गुजारने का प्रयास करें. वैवाहिक जीवन में भी एक-दूजे को समय देना आवश्यक होगा. आपको कुछ बातों का ख्याल रखना होगा, जैसे- सोच-समझकर बोलें, गलतफहमी न पालें और संदेह करने से बचें. इससे सितारों की दृष्टि से घर में सुख-शांति बनी रहेगी.
साल 2018 की भविष्यवाणी के मुताबिक मेष राशि के जातकों को प्रेम के मामले में मिले-जुले परिणाम मिलेंगे. आपके और आपके प्रियतम के विचारों में भिन्नता रह सकती है. अतः एक-दूसरे को समझने की कोशिश करें. आप मित्रों एवं रिश्तेदारों के साथ मुलाकात होने से प्रसन्न होंगे. भाई-बहनों से लाभ होगा. सरकार की तरफ से प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर लाभ मिल सकता है. करीबी लोगों का सहयोग आपको मिलता रहेगा. बड़े-बुजुर्गों की सलाह वरदान साबित होगी. घर-परिवार में किसी शुभ कार्य के आयोजन का भी योग है.
सामाजिक कार्यों में भागीदारी का मौका मिलेगा. आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा. लोगों के साथ कार्यो के दौरान सतर्क रहें. मान-सम्मान की प्राप्ति होगी. आप की प्रगति की संभावना है. वाहन, संपत्ति में खर्च की संभावना है. आध्यात्मिक कार्यों में आपकी रुची बढ़ेगी.आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे. कुल मिलाकर यह साल आपको बहुत कुछ देनेवाला है और खासकर रोजगार में इस वर्ष विशेष लाभ होने के योग हैं. इस दौरान खूब पैसा कमायेंगे और पैसे का सदुपयोग करेंगे. सुख-समृद्धि में वृद्धि-प्रसिद्धि नये आयाम इस वर्ष गढ़े जायेंगे.
उपाय : पितकृत (पितृ दोष के कारण) की निवृत्ति के लिए पितृगणों का श्राद्ध कराएं. सविध पूजन करा कर ब्राम्हणों को प्रिय वस्तुओं का दान करते हुए भोजन करावें. श्रीनृसिंह भगवान की नियमित आराधना करें.
वृष (21 अप्रैल-21 मई)
शुभ रंग : नीला
शुभ अंक : 07
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ गोपालय उत्तरध्वजाय नमः
जातक परिचय : दूसरी राशि वृष के स्वामी शुक्र हैं व राशि चिन्ह ’बैल’ है. बैल स्वभाव से ही अधिक पारिश्रमी और अधिक वीर्यवान होते हैं. इनकी विशेष रुचि गाने-बजाने और अपने कंठ का प्रयोग करने में होती है. अपने से उच्च लोगों को आदर भाव से देखते हैं. जो भी इन्हें प्रिय होते हैं, उनको ये सत्कार करने में हमेशा आगे ही रहते हैं. सुखी और विलासी जीवन जीना पसंद करते हैं.
वार्षिक फलाफल : इस राशि के जातकों को नये वर्ष में पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों मायनों में मिला-जुला परिणाम मिलनेवाला है. बेहतर परिणामों के लिए आपको और कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. ज्यादा कार्यभार होने के कारण कुछ बाधाएं आपके रास्ते में आयेंगी, लेकिन आप अपने सकारात्मक प्रयास से आसानी से उबर जायेंगे. खासकर इस अवधि में आपका रवैया थोड़ा अड़ियल हो सकता है.
आपके सितारों का कहना है कि कई बार मन-मुताबिक परिणाम नहीं मिलने से आप हतोत्साहित हो सकते हैं. हालांकि आपको तब भी दोगुने उत्साह से आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए.
शुरुआती दो महीनों में त्रिग्रह युति के अधिकारियों और सहपाठियों की नजरों में आपकी छवि धूमिल हो सकती है. वहीं यदि आप कोई कारोबार कर रहे हैं, तो आंख बंद कर किसी पर विश्वास न करें, खासकर रुपये-पैसों के मामलों में. इस वर्ष गुरु षष्ठ भाव में गोचर करते हुए 29 सितंबर को दारा भाव में शुक्र की युति के साथ संचरण करेंगे. इस अवधि में आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है, क्योंकि लोग जानते हैं कि वृषभ राशि के लोग आर्थिक मामलों में ज़्यादा सोच-विचार नहीं करते. सितारों के अनुसार, अक्तूबर में सूर्य पंचम भाव में रहेंगे, जो आपके मान सम्मान, आर्थिक स्थिति और आय के कुछ नये रास्ते बनायेंगे, लेकिन आर्थिक मामलों में बेहतर प्लानिंग जरूरी है. वहीं दूसरी ओर यह भी संकेत मिल रहा है कि अक्तूबर के बाद आपकी आमदनी में वृद्धि होगी. वित्त संबंधी मामलों में आप नयी रणनीति बनायेंगे. आपको एक दैवीय शक्ति प्राप्त होगी.
वृषभ राशि के पुरुष-महिला जातक संबंधों में मधुरता पायेंगे. संतान की चाहत रखनेवालों के लिए भगवान की कृपा से इच्छा पूरी होगी. आप धार्मिक स्थलों की यात्रा पर भी जा सकते हैं.
बच्चों की शिक्षा में प्रदर्शन भी बेहतर होगा. इस साल आपको अपेक्षाकृत कम बाधाओं का सामना करना पड़ेगा. दिसंबर में सप्तम भाव में सूर्य बुध एवं गुरु की युति आपको सफलता प्राप्त करने में चार चांद लगायेगी. आपका ध्यान सिर्फ और सिर्फ आपके लक्ष्य पर होना चाहिए. खासकर नौकरीपेशावालों के लिए यह वर्ष सफलतादायक है. साल के अंत तक आप सकारात्मक ऊर्जा से भर जायेंगे. यह साल वृषभ राशि के लिए नयी उन्नति के मार्ग खोलनेवाला है.
उपाय : अपने ईष्ट देव को याद करके दो फूलवाले लौंग और कपूर को साथ में जलाएं और उसकी खुशबू को पूरे घर में फैलाएं. धन-वैभव की कमी नहीं होगी.
मिथुन (22 मई से 21 जून)
शुभ रंग : हरा
शुभ अंक : 02
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ क्लीं कृष्णाय नमः
जातक परिचय : राशि चक्र की तीसरी राशि का प्रतीक युवा दंपती है. ये जातक जीवनसाथी के प्रति हमेशा शक्तिवान बन कर प्रस्तुत होते हैं. घरेलू कारणों के चलते कई बार आपस में तनाव रहता है. इनमें स्त्री रोगों को परखने की अद्भुत क्षमता होती है. ऐसे जातक वाहनों की अच्छी जानकारी रखते हैं. नये-नये वाहनों और सुख-साधनों के प्रति अत्यधिक आकर्षण होता है. इनका घरेलू साज-सज्जा के प्रति अधिक झुकाव होता है.
वार्षिक फलाफल : मिथुन राशि के जातकों के लिए नये साल का आरंभ बहुत ही शानदार रहनेवाला है. सप्तम स्थान में शनि-बुध की युति के कारण आपके पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कई सकारात्मक बदलाव होंगे. इस साल आप ऊर्ज़ा से भरे रहेंगे और आपकी कोशिशें बेकार नहीं जायेंगी.
सभी क्षेत्र में आपको सफलताएं मिलेंगी. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, मिथुन राशि के जातक दोहरे स्वभाव के होते हैं, ऐसे में अपने सीनियर से बात करते समय सचेत रहें. ठेस लगनेवाले शब्दों का प्रयोग न करें. अन्यथा आपका बना-बनाया काम ख़राब हो सकता है. दशम स्थान में शुक्र-बुध सूर्य की युति के कारण पूर्व में किये गये कार्य के लिए आपकी तारीफ होगी और सम्मान के तौर पर आपकी पदोन्नति भी होगी.
साल 2018 के अगस्त में ग्रह के अनुसार काम के प्रेशर के कारण आपको घर-परिवार से दूर रहना पड़ सकता है. इस कारण जीवनसाथी से नोक-झोंक भी हो सकती है. अतः इस अवधि में आपको निजी और पेशेवर जिंदगी में तालमेल बिठाकर चलना होगा. इस साल नवंबर में आपको पैसों की कमी नहीं होनेवाली है. आय के कुछ नये रास्ते भी खुलेंगे, लेकिन नवंबर माह में अपने घर में शुक्र एवं नीच राशि में सूर्य के कारण आपको ख़र्च पर लगाम लगाने की जरूरत होगी. यदि आप समझदारी पूर्वक फ़ैसले लेते हैं, तो बिज़नेस में अपार मुनाफ़े का योग है. वैसे मिथुन राशि के जातक काफी समझदार होते हैं. कारोबार में पिता का पूरा सहयोग मिलेगा. अगर आपके बिज़नेस का क्षेत्र स्टील, गारमेंट है, तो समझ लीजिए कि आपकी चांदी होनेवाली है. आगे जीवनसाथी के साथ संबंध अच्छे रहेंगे.
आपके बच्चे इस अवधि में थोड़े शरारती रह सकते हैं, लेकिन पढ़ाई-लिखाई में उनका प्रदर्शन अच्छा होगा. वे हर दिन कुछ नया सीखेंगे. उनकी सफलता से आपका चेहरा खिल उठेगा. परिवार के साथ आप कहीं यात्रा पर भी जा सकते हैं. सितारों का कहना है कि आपका प्रेम-जीवन भी शानदार रहनेवाला है. यदि आप अकेले हैं, तो किसी का साथ आपकी जिंदगी को खुशहाल बना सकता है, जिसके प्रबल योग हैं. मगर स्वास्थ्य के मामले में यह साल आपके लिए प्रतिकूल रहनेवाला है, इसलिए सेहत का पूरा ख्याल रखना होगा. वायु प्रदूषण जनित रोग और जोड़ों में दर्द हो सकता है.
उपाय : घर के उत्तर-पश्चिम कोण में मिट्टी के बर्तन में सोने या चांदी के सिक्के हरे कपड़े में बांधकर रखें. बर्तन को गेंहू या चावल से भर दें. घर की खुशहाली बनी रहेगी.
कर्क (22 जून-23 जुलाई)
शुभ रंग : पीला
शुभ अंक : 05
अमृतसिद्धि मंत्र :ॐ हिरण्यगर्भाय अव्यक्तरूपिणे नमः
जातक परिचय : राशि चक्र की चौथी राशि कर्क है. इसके स्वामी चंद्रमा हैं. इस का चिन्ह केकड़ा है. यह चर राशि है. ये लोग अति कल्पनाशील होते हैं. इनकी कल्पनाशक्ति और स्मरण शक्ति बहुत-ही तीव्र होती है. सुगंधित पदार्थों का सेवन करनेवाले होते हैं. ये जातक मातृभक्त होते हैं.
वार्षिक फलाफल : कर्क राशि के जातकों की महत्वकांक्षाएं पूरी होंगी, लेकिन सितारों के अनुसार गुरु मंगल चतुर्थ भाव में चलायमान हैं. अपने करीबियों से बातचीत करने में सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि मतभेद होने की संभावना रहेगी. यह भी संभव है कि आपके अपने लोग ही आपकी बातों को न समझें और आपके रिश्तों में खटास आ जाये. आपको सलाह है कि अपने स्तर पर सतर्क रहें.
ग्रहानुसार, गृहस्थी के मामले में यह साल मिले-जुले परिणाम देगा. परिवार में शांति का माहौल रहेगा. इस अवधि में माता-पिता का पूरा सहयोग मिलेगा, लेकिन माताजी की सेहत का आपको ख्याल रखना होगा. वहीं दूसरी ओर भाइयों या कुटुंब से किसी बात को लेकर वाद-विवाद हो सकता है, इसलिए उनसे बातचीत के दौरान आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा.
सप्तम भाव में केतु की स्थिति जीवनसाथी के साथ तर्क-वितर्क, विवाद को बढ़ायेगी, इससे बचें, नहीं तो वैवाहिक जीवन में दिक्क़तें आ सकती हैं. कर्क राशि के जातकों को अपने साथी के साथ ज्यादा वक्त गुजारने का प्रयास करना चाहिए. इससे आपके रिश्तों में मधुरता आयेगी. जून में छठे स्थान में शनि-चंद्र की युति भाग-दौड़ के साथ आपके खर्चों में भी वृद्धि करेगा. आर्थिक संकट से बचने के लिए अनावश्यक खर्चों पर लगाम लगाना होगा. इस दौरान आपकी जिंदगी आनंद में कटेगी. हालांकि इसके लिए आपको कड़ी मेहनत भी करनी पड़ेगी. पढ़ाई में बच्चों का प्रदर्शन अच्छा रहेगा. परीक्षा में वे अच्छे नंबर लायेंगे. इस साल जमीन या संपत्ति खरीदने-बेचने का योग बन रहा है.
अगस्त माह में सूर्य बुध राहु की युति के कारण इस साल कानूनी अड़चनें भी आ सकती हैं, हालांकि साल के अंत तक आपकी ये दिक्क़तें खुद-ब-खुद दूर हो जायेंगी. कार्य-स्थल की बात करें, तो किसी ऊंचे पद पर आपकी पदोन्नति होगी. आपके कार्यों की तारीफ़ होगी और इस वजह से कार्यक्षेत्र में आपका सम्मान भी बढ़ जायेगा.
इस साल अतिव्यस्तता के कारण आप थोड़े से परेशान हो सकते हैं, लेकिन इस दौरान आपको कई सुनहरे अवसर भी मिलेंगे, जिसका फ़ायदा आपको उठाना होगा. यदि आप किसी प्रकार का व्यवसाय करते हैं, तो आपको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन आपको कुछ ऐसे बेहतरीन मौके भी मिलेंगे, जिनका इंतज़ार आपको कई सालों से था. निवेश करने से पहले अच्छे से सोच-विचार कर लें.
सेहत के मामले में आपको थोड़ी सावधानी बरतनी होगी. अक्तूबर में सप्तम भाव में मंगल केतु के कारण कुछ पुरानी बीमारियों से परेशानी हो सकती है.
खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा. साथ ही शरीर को पर्याप्त आराम भी देना आवश्यक है. योग और ध्यान करना आपके लिए फ़ायदेमंद होगा. कुछ मुश्किलों को एक किनारे रख दें तो बाक़ी मामलों में यह साल आपके लिए बढ़िया ही रहनेवाला है. यह वर्ष छात्रों को नये आयाम देनेवाला रहेगा, खासकर भविष्य के झरोखों में अपने कैरियर को संवारकर सुंदर बनायेंगे.
उपाय : लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी तथा दूध मिला कर पीपल वृक्ष में डालने से घर में मां लक्ष्मी का स्थायी वास होगा.
वृश्चिक (24 अक्तूबर-22 नवंबर)
सिंह (24 जुलाई-23 अगस्त)
शुभ रंग : गुलाबी
शुभ अंक : 08
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ क्लीं ब्रह्मणे जगदाधाराय नमः
जातक परिचय : सिंह राशि पूर्व दिशा का द्योतक है. इसका चिन्ह शेर है. राशि का स्वामी सूर्य है और इसका तत्व अग्नि. ऐसे जातक को सुंदरता के प्रति अतिमोह होता है. जातक में अपने प्रति स्वतंत्रता की भावना रहती है और ऐसे व्यक्ति जल्दी किसी की बात नहीं मानते. इस राशि के जातक सुगठित शरीर के मालिक होते हैं. नृत्य करना भी इनकी एक विशेषता होती है, अधिकतर इस राशिवाले बिल्कुल स्वस्थ रहते हैं.
वार्षिक फलाफल : इस वर्षारंभ में पंचम भाव में चलायमान सूर्य शुक्र शनि के कारण आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों में आपकी रूचि बढ़ेगी और किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जायेंगे.
आपके सितारों का कहना है कि इस साल अपने लक्ष्य को प्राप्त करने और सपनों को पूरा करने के लिए आपको अपने स्तर पर बेहतर प्रयास करने होंगे. सफलता मिलने की अपार संभावना है. आप साहस से लबरेज़ रहेंगे. गृहस्थ जीवन भी शानदार रहेगा.
मई माह में उच्च सूर्य के कारण परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा और आप उनके साथ यादगार पल गुजारने में कामयाब रहेंगे. वहीं पंचम स्थान में बुधादित्य योग के कारण खराब सेहत से आप थोड़े चिंतित रह सकते हैं. आपको भाई-बहनों की सेहत को लेकर जनवरी से फरवरी तक सतर्क रहना होगा. जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें. घर-परिवार का पूरा साथ मिलेगा. प्रेम-संबंधों में मिले-जुले परिणाम मिलेंगे. जीवनसाथी संग छोटी-छोटी बातों को लेकर बहस का सिलसिला जारी रहनेवाला है.
हालांकि मामला कुछ समय में शांत भी हो जाया करेगा. दशम स्थान में अक्तूबर माह में मंगल केतु चाल का कहना है कि एक समय के बाद आपका प्यार एक नयी ऊंचाई पर पहुंचेगा और आप दोनों एक-दूसरे के साथ काफी खूबसूरत पल व्यतीत करेंगे. आप दोनों के बीच प्यार और बढ़ जायेगा. वहीं कई बार आप महसूस करेंगे कि आप आलसी हो गये हैं, लेकिन लक्ष्य के प्रति आपकी गंभीरता और जुनून आपको रास्ते से भटकने नहीं देगी. कार्य-स्थल पर आपका प्रदर्शन शानदार होगा और आपके काम की तारीफ भी होगी.
इस साल आपको बिजनेस में अप्रत्याशित परिणाम मिलेंगे. साथ ही शेयर बाजार में भी पैसा लगाना फायदे का सौदा होगा. कारोबार के सिलसिले में विदेश यात्रा का योग बन रहा है.
पिता के व्यवसाय से भी आप अच्छे पैसे कमायेंगे. आर्थिक मामले में मजबूती आयेगी और आय के नये स्रोत बनेंगे. नवंबर में सप्तम स्थान में गुरु-बुध के मुताबिक पढ़ाई में बच्चों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
उन्हें सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. इस समय बच्चों को आपके प्यार और मदद की जरूरत होगी, उनका मनोबल बढ़ाएं. इस अवधि में आपके पेशेवर और निजी जिंदगी में कई सकारात्मक बदलाव होंगे. इस दौरान आपकी पद-प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी. इस साल आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और इससे आपको फायदा भी मिलेगा. गर्भवती महिलाओं को जनवरी से फरवरी के महीने में बेहद ही सतर्क रहना होगा.
उपाय : तवा के गर्म होने पर पहले पानी के छीटें डालें, फिर रोटी बनाएं. घर से कलह दूर रहेगा और परिवार में प्यार बना रहेगा. गरीबों को दान अवश्य दें.
कन्या (24 अगस्त-23 सितंबर)
शुभ रंग : काला
शुभ अंक : 05
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ नारायणाय सुरसिंहासनाय नमः
जातक परिचय : राशि चक्र की छठी राशि कन्या दक्षिण दिशा की द्योतक है. इसका चिन्ह हाथ में फूल लिये कन्या है व स्वामी बुध है. ये लोग अति महत्वाकांक्षी होते हैं. भावुक भी होते हैं और दिमाग की अपेक्षा दिल से ज्यादा काम लेते हैं. ये योग्यता के बल पर ही उच्च पद पर पहुंचते हैं. विपरीत परिस्थितियां भी इन्हें डिगा नहीं सकतीं और ये अपनी सूझबूझ, धैर्य, चातुर्य के बल पर आगे बढ़ते रहते हैं.
वार्षिक फलाफल : वर्ष के आरंभ में चतुर्थ भाव में सूर्य, शनि एवं शुक्र के कारण कई सुनहरे मौके आपका इंतजार कर रहे हैं. ग्रहों की चाल बता रही है कि कार्य-स्थल पर कई महत्वपूर्ण सुधार होंगे और आप अधिकारियों को अपने कार्य के अंदाज से प्रभावित करने में सफल रहेंगे. दूसरे शब्दों में कहें तो कड़ी मेहनत की बदौलत ही आप बेहतर रिजल्ट प्राप्त करेंगे.
ये अवसर आपको हर मायने में प्रगति के पथ पर ले जायेंगे. आपकी आर्थिक स्थिति इस अवधि में अच्छी रहेगी. छोटे कारोबार से बड़ा लाभ संभव है. धन भाव में गुरु एवं मंगल के कारण पैसों का आगमन सुचारू रूप से बना रहेगा. आय के कुछ नये स्रोत भी पैदा होंगे. जनवरी में आप नये व्यापार में निवेश करेंगे और अच्छा लाभ भी मिलेगा, वहीं अक्तूबर में उच्च के बुध-सूर्य युति के कारण आपको हर एक काम में सफलता मिलेगी और आर्थिक स्थिति अब तक के जीवन में सबसे अच्छी होगी. इस दौरान आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा और नये रिश्ते भी बनेंगे, जो भविष्य में मददगार साबित होंगे.
पारिवारिक जीवन की बात करें तो जीवनसाथी का सहयोग हर मोड़ पर मिलेगा, हालांकि साथी की सेहत अक्तूबर माह में रोग भाव में शुक्र के कारण थोड़ी नाजुक रह सकती है. अतः उनका पूरा ख्याल रखें. बच्चों को आपके लाड़-प्यार व आपके समय की जरूरत होगी. स्वास्थ्य समस्याओं के कारण बच्चे परेशान हो सकते हैं. आपको जोड़ों में दर्द, अपच और बदलते मौसम के कारण तकलीफ की संभावना नजर आ रही है. ग्रहों की चाल बताती है कि आप अपने करीबियों के साथ अच्छे पल बितायेंगे. माता-पिता, भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा. कुल मिलाकर यह साल आपके निजी व पेशेवर जिंदगी के लिए कुछ खट्टा यानी सबक देनेवाला, तो कुछ मीठा रहनेवाला है.
उपाय : नये साल में बांस की बांसुरी खरीद कर भगवान कृष्ण के पास रखें. परिवार में हमेशा प्रेम और सहयोग बना रहेगा. रोज गाय को हरी घास जरूर खिलाएं.
तुला (24 सितंबर-23 अक्तूर)
शुभ रंग : नीला
शुभ अंक : 10
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ तत्वनिरंजनाय तारकरामाय नमः
जातक परिचय : तुला राशि का चिन्ह तराजू है और यह राशि पश्चिम दिशा की द्योतक है. यह वायुतत्व की राशि है और शुक्र इसका स्वामी है. इन्हें अकसर कफ की समस्या होती है. पुरुष जातक सुंदर व आकर्षक व्यक्तित्ववाले होते हैं. आंखों में चमक व चेहरे पर प्रसन्नता झलकती है. स्वभाव शर्मिला होता है. तुला राशि की स्त्रियां भी मोहक व आकर्षक होती हैं. स्वभाव खुशमिजाज व हंसी खनखनाहट वाली होती है. बुद्धिवाले काम करने में अधिक रुचि होती है.
वार्षिक फलाफल : इस साल धन भाव में बुध आपको हर मामले में संयम के साथ कार्य में आगे बढ़ने का संकेत दे रहा है, क्योंकि शनि तीसरे स्थान में होने के कारण अत्यधिक क्रोध का प्रभाव आपके प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ पर पड़ सकता है. जीवनसाथी व अन्य लोगों के साथ रिश्तों को बरकरार रखने के लिए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें. तुला राशि के जातकों को बेहतर मौके मिलेंगे. वरिष्ठ लोग आपके कार्य की सराहना करेंगे. छठे स्थान में नीच के बुध फलाफल आपके सहकर्मी में से कई लोग आपसे द्वेष भी कर सकते हैं, लेकिन आपको इस पर ध्यान देने के बजाय अपने काम पर ध्यान देना होगा. आपका कारोबार इस्पात, स्टील, ब्यूटी, स्पा, कपड़ों और आयात-निर्यात का है, तो इस साल आपको बेहतर लाभ प्राप्त होगा.
सितारों का कहना है कि कैरियर के लिहाज से यह साल बहुत ही बढ़िया रहनेवाला है. अक्तूबर में ऊंच के बुध के कारण कैरियर के मामले में कई महत्वपूर्ण बदलाव भी आपको देखने को मिलेंगे. अगर आप नौकरी बदलना चाहते हैं, तो बेहतर मौके मिलने की संभावना है.
अगर व्यवसाय करते हैं, तो आपको अपार मुनाफा होनेवाला है. भाग्य आपके साथ है. इस साल आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और नये लोगों से आपके संपर्क भी बनेंगे. आपके कार्य में जीवनसाथी का सहयोग निश्चित तौर पर आपके लिए बेहतरीन परिणाम लेकर आयेगा.
जनवरी से मार्च माह के बीच देवगुरु के कारण आय के कुछ नये स्रोत बनेंगे. आर्थिक स्तर पर आपके लिए यह साल अच्छा ही रहनेवाला है. आप पैसे बचाने में सफल रहेंगे. अक्तूबर माह में दशम भाव में राहु के रहने से थोड़ी परेशानी आ सकती है. आध्यात्मिक और सामाजिक गतिविधियों में आपकी सक्रियता रहेगी. पूजा-पाठ में भी आपका मन लगेगा. पुरानी बीमारी से जूझ रहे लोगों को इस समय राहत मिलेगी और उनकी सेहत में अप्रत्याशित सुधार होगा. लापरवाही और व्यस्तता के कारण सेहत संबंधी कोई गंभीर समस्या हो सकती है. खराब खान-पान की वजह से भी सेहत नाजुक रह सकती है.
तीखे-मसालेदार चीज़ों से दूर रहें. 2018 में आपको जोड़ों में दर्द, आंखों में दिक्कत और पेट में संक्रमण के कारण समस्या हो सकती है. ग्रहों की स्थिति यह भी बता रही है कि आप लॉटरी, सट्टेबाज़ी के मामले में फंस सकते हैं, इसलिए ऐसी गतिविधियों से दूर रहें. अगर आप सोच-विचारकर निवेश करते हैं, तो निश्चित तौर पर आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा. निश्चित आप नये कार्यो को लेकर आगे बढ़ेंगे एवं अपने आप को स्थापित करेंगे.
उपाय : शुक्रवार को दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें. रोज गाय को कच्चा चावल खिलाने से संकट दूर रहेंगे.
वृश्चिक (24 अक्तूबर-22 नवंबर)
शुभ रंग : केसरिया
शुभ अंक : 07
अमृतसिद्धि मंत्र : ॐ गोपालय उत्तरध्वजाय नमः
जातक परिचय : यह राशि गुप्त अंगों, उत्सर्जन, तंत्र व स्नायु तंत्र का प्रतिनिधित्व करती है. अत: मंगल की कमजोर स्थिति में इन अंगों के रोग जल्दी होते हैं. ये लोग एलर्जी से भी अक्सर पीड़ित रहते हैं. विशेषकर जब चंद्रमा कमजोर हो. इनमें दूसरों को आकर्षित करने की अच्छी क्षमता होती है. ये लोग बहादुर, भावुक होने के साथ बेहद कामुक होते हैं. शारीरिक व मानसिक शक्ति प्रचुर होती है.
वार्षिक फलाफल : इस वर्ष गुरु आपके बारहवें भाव में रहेगा. दूसरे और पांचवे भाव का स्वामी गुरु नौकरी में परिवर्तन के योग बना रहा है और स्थान परिवर्तन के प्रबल योग हैं. वित्तीय मामलों में सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि इस दौरान खर्चों में वृद्धि होगी. सितारों का कहना है कि पैसे कमाने के लिए मेहनत करने से पीछे नहीं हटेंगे. आय में वृद्धि होगी. कारोबार के विस्तार के लिए दूर की यात्रा का भी योग बन रहा है. विदेश यात्रा तक के सुनहरे मौके मिलने की प्रबल संभावना है. निवेश के दौरान आपको बेहद ही सतर्क रहना होगा. किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह जरूर लें.
सितारों की चाल कहती है कि अक्तूबर लाभ भाव में उच्च के बुध के साथ सूर्य युति के कारण आपके अच्छे दिनों की शुरुआत होगी. सफलता आपके कदम चूमेगी. पदोन्नति की संभावना है. आप सहकर्मियों पर हावी रहेंगे. नवंबर में उच्च के मंगल भूमि भवन एवं बिजनेस को लेकर आप पूरे साल बहुत ही व्यस्त रहनेवाले हैं. पारिवारिक मामलों के लिहाज से किसी बात को लेकर अपनों से अनबन है, तो यह साल उसे शांति से सुलझाने का अवसर आपको देगा. वैवाहिक जीवन में खुशियों की बारिश होगी.
आपके प्रेम-संबंधों की बात करें, तो आप दोनों के रिश्तों में इस दौरान मधुरता देखने को मिलेगी. अगर आप कुंवारे हैं और साथी की तलाश में हैं, तो नये वर्ष में आपकी ख्वाहिश पूरी होनेवाली है. नवंबर में भाग्य भाव में चंद्र एवं राहू की युति के कारण बच्चों की शिक्षा कुछ हद तक प्रभावित हो सकती है. उनकी एकाग्रता और याददाश्त में कमी रहेगी. बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण आपका पेशेवर जीवन प्रभावित हो सकता है, इसलिए जनवरी से लेकर मार्च तक आपको बेहद ही सतर्क रहने की जरूरत है. इस महीने के बाद आपकी सेहत सुधर जायेगी.
उपाय : इष्ट देव की रोज पूजा करें. घर में दक्षिणावर्ती शंख अवश्य रखें. विशेष कार्य के लिए जाते वक्त घर के दक्षिण दिशा में गुड़ की एक डली छोड़कर जाएं, सफल होंगे.
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