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EXCLUSIVE|सीआईपी रांची के पूर्व निदेशक डॉ बासुदेव दास का दिल्ली ट्रांसफर, मामला कोर्ट पहुंचा

सीआईपी रांची के कार्यकारी निदेशक डॉ तरुण कुमार ने इस संबंध में बताया कि सीआईपी से कई शिकायतें विभाग को मिलीं थीं. इसके बाद जांच हुई और उसके आधार पर मंत्रालय की ओर से कार्रवाई हुई. उन्होंने बताया कि कई तरह की गड़बड़ियां मिलने के बाद ही मंत्रालय के स्तर से कार्रवाई हुई.

Ex-Director CIP Ranchi Transferred|आनन-फानन में सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकियैट्री (सीआईपी) रांची के पूर्व निदेशक डॉ बासुदेव दास का तबादला भी कर दिया गया है. उन्हें दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य विभाग में योगदान देने के लिए कहा गया. डॉ बासुदेव दास को 28 नवंबर को ट्रांसफर ऑर्डर जारी करते हुए कहा गया कि वे उसी दिन दिल्ली सरकार को रिपोर्ट करें. डॉ दास ने अपने बेटे की पढ़ाई का हवाला देते हुए कुछ वक्त मांगा, तो उनके आग्रह को विभाग ने मानने से इंकार कर दिया. 11 दिसंबर को एक दूसरा ट्रांसफर ऑर्डर जारी करते हुए विभाग ने उन्हें 12 दिसंबर को दिल्ली में योगदान देने के लिए कहा. डॉ दास के ट्रांसफर ऑर्डर में कहा गया कि वह दिल्ली सरकार को रिपोर्ट करें. उनसे क्या काम लेना है, यह वहां की सरकार तय करेगी. अक्टूबर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीआईपी रांची के निदेशक को अचानक पद छोड़ने का आदेश दे दिया था. आदेश में उन्हें कहा गया था कि वह सीएमओ (एसएजी) डॉ तरुण कुमार को सीआईपी रांची के डायरेक्टर का पदभार सौंपें और इसकी रिपोर्ट विभाग को दें. डॉ दास को इसके लिए एक घंटा 48 मिनट और 30 सेकेंड का समय दिया गया था. 20 अक्टूबर 2023 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (सीएचएस डिवीजन) की ओर से यह आदेश जारी हुआ था. इसमें डॉ बासुदेव दास को सीआईपी रांची के निदेशक के पद से हटाए जाने की कोई वजह नहीं बताई गई थी. सिर्फ इतना कहा गया था कि वह डॉ तरुण कुमार को पदभार सौंपें और इसकी अनुपालना की रिपोर्ट विभाग को दें. भारत सरकार के अंडर सेक्रेटरी विवेक नारायण की ओर से यह आदेश 20 अक्टूबर 2023 को दोपहर 3 बजकर 48 मिनट और 30 सेकेंड पर जारी किया गया था. इस आदेश की अनुपालना के लिए डॉ दास को उसी दिन पांच बजे तक का समय दिया गया था. यानी एक घंटा 11 मिनट और 30 सेकेंड में उनसे आदेश की अनुपालना कराई गई. सीआईपी रांची में कई तरह की अनियमितताओं के आरोप में निदेशक को हटाया गया.

71:30 मिनट में डायरेक्टर के पद से हटाया, 8वें दिन किया ट्रांसफर

उनकी जगह डॉ तरुण कुमार सीएमओ (एसएजी) ने सीआईपी रांची के निदेश का कार्यभार संभाला. उन्हें ऑफिशिएटिंग डायरेक्टर बनाया गया है. इस मामले में डॉ बासुदेव दास को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया. डॉ दास को तीन नोटिस दिए गए और उन्होंने सभी नोटिस का जवाब विभाग को तय समय के भीतर भेज दिए. अब उनका तबादला दिल्ली कर दिया गया है. डॉ दास से कहा गया है कि वे दिल्ली सरकार को रिपोर्ट करें. दिल्ली सरकार को उनसे क्या काम लेना है, इसका फैसला वही करेंगे. डॉ बासुदेव दास पर लगे आरोपों के बारे में जब ‘प्रभात खबर’ ने स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर (एमई) मनोज कुमार वर्मा से बात की, तो उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में है, इसलिए वह इस विषय पर कुछ नहीं कहेंगे.

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जांच दल को कई गड़बड़ियों का पता चला : डॉ तरुण कुमार

उल्लेखनीय है कि सीआईपी रांची में कथित तौर पर गड़बड़ियों के आरोप में डॉ दास को निदेशक के पद से मुक्त कर दिया गया. सीआईपी रांची के कार्यकारी निदेशक डॉ तरुण कुमार ने इस संबंध में बताया कि सीआईपी से कई शिकायतें विभाग को मिलीं थीं. इसके बाद जांच हुई और उसके आधार पर मंत्रालय की ओर से कार्रवाई हुई. उन्होंने बताया कि कई तरह की गड़बड़ियां मिलने के बाद ही मंत्रालय के स्तर से कार्रवाई हुई. डॉ तरुण कुमार ने बताया कि नियुक्तियों में गड़बड़ी के साथ-साथ उपकरणों की खरीद प्रक्रिया में उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले आए हैं. यानी बिना जरूरी अनुमति के कई उपकरणों की खरीद हुई है. सीआईपी के कार्यकारी निदेशक के मुताबिक, उपकरणों की खरीद की उपयोगिता पर भी के बारे में भी डॉ दास और उनके पहले के निदेशक डॉ डी राम सवालों का उचित जवाब नहीं दे सके. हालांकि, उन्होंने कहा कि कार्रवाई मंत्रालय के स्तर से हुई है, इसलिए इस विषय में ज्यादा कुछ नहीं बता पाएंगे.

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