वर्तमान समय में दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल से सभी परेशान हैं. खासकर ब्राडबैंड सेवा तो ऐसे है कि इस सेवा को लेंगे, तो आपको ब्लड प्रेशर और टेंशन तोहफा में मिलेगा. इसका कस्टमर सर्विस इतना बुरा है कि आपको अपना कनेक्शन ठीक करवाने के लिए अपने अंदर धैर्य रखना बहुत जरूरी है. इस तरह की कार्यप्रणाली से तो बीएसएनएल का डूबना तय है.
इससे अच्छा है कि कंपनी को निजी कर देना चाहिए ताकि लोगों का कुछ तो भला हो. सरकारी कार्यप्रणाली को बरदाश्त करते रहना पड़ेगा, जब तक कि इसमें महत्वपूर्ण बदलाव नहीं किये जाते.
श्याम मांझी, इमेल से