जीवन के हर क्षेत्र में नवीनता के साथ लानेवाले सुधार का दूसरा नाम विकास है. विकास मानव का हमेशा साथी रहा है. प्रागैतिहासिक काल से लेकर आज तक मानव के रूप में हमने काफी विकास किया है.
मानव के विकास में ही देश समाज और व्यक्ति का कल्याण निहित है. व्यक्ति, समाज और देश का कल्याण होना तभी संभव है, जब देश में शुद्ध भोजन, पानी, हवा और वातावरण सुलभ प्राप्त हो.
इसकी सुविधा हमें तभी प्राप्त हो सकेगी, जब हम इसे पाने का प्रयास करेंगे. हमारे आसपास का वातावरण तभी शुद्ध होगा, जब साफ-सफाई पर ध्यान देंगे. सफाई से जीवन भी स्वस्थ रहेगा और बीमारियां हमसे दूर भागेंगी. दूसरी बात यह कि हमारे स्वस्थ होने का संबंध देश के विकास से भी जुड़ा है.
-प्रिंस कुमार, ई-मेल से