महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर हर साल अंतराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है. गांधी जी ने हमेशा सत्य और अहिंसा का पालन किया. उनका संकल्प था, भारत को राजनैतिक व वैचारिक गुलामी तथा साम्राज्यवादी शोषण से मुक्ति दिलाना.
महिलाओं को अधिकार दिलाने, गरीबों को सहायता पहुंचाने, धार्मिक एवं जातीय विषमता दूर करने, अस्पृश्यता का अंत करने आदि को लेकर उन्होंने आंदोलन किये. वह आंदोलन के दौरान भी सत्य और अहिंसा का पालन करने की प्रेरणा देते हैं. गांधी जी सत्ता के विकेंद्रीकरण में विश्वास करते थे, जिसके सिद्धांत पर आज पंचायतीराज व्यवस्था कायम है. शिक्षा और सशक्तीकरण उनके लिए सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास का आधार था. गांधीजी अपने इन जीवन मूल्यों के कारण ही आज भारत ही नहीं, विदेशों में भी प्रासंगिक हैं और हमेशा रहेंगे.
प्रियरंजन राय, सीतामढ़ी